मंगलवार, 18 फ़रवरी 2014

क्या केजरीवाल सीआईए के एजेंट हैं?

नई दिल्ली (एजेंसी)।  आज दिल्ली भाजपा नेता डॉ. हर्षवर्धन ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल पर अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए से मिले होने के आरोप लगाए हैं और पूछा है कि उनका शिमिरित ली से किस तरह का संबंध रहा है? ऐसे में प्रश्न उठता है कि यह शिमिरित ली कौन है, शोधार्थी या सीआईए एजेंट? दस्तावेज बताते हैं कि वह बतौर शोधार्थी ‘कबीर’ संस्था से जुड़े थी। इस संस्था के गॉड-फादर अरविंद केजरीवाल रहे हैं। विदित हो कि अरविन्द केजरीवाल को जब रमन मैग्सेसे पुरस्कार दिया गया था तो विस्तार से बताया नहीं गया था कि उन्होंने ऐसी कौन-सी महान उपलब्धि प्राप्त की है। वैसे मैग्सेसे पुरस्कार की फंडिंग भी अमेरिकी संस्था फोर्ड फाउंडेशन ही करती है जिससे भारी मात्रा में चंदा लेने के आरोप केजरीवाल की संस्था कबीर पर लग रहे हैं।
शिमरित ली को लेकर अटकलें लग रही हैं, क्योंकि शिमरित ली कबीर संस्था में रहकर न केवल भारत में आंदोलन का तानाबाना बुन रही थी, बल्कि लंदन से लेकर काहिरा और चाड से लेकर फिलिस्तीन तक संदिग्ध गतिविधियों में संलिप्त थी। शिमिरित ली दुनिया के अलग-अलग देशों में विभिन्न विषयों पर काम करती रही है। भारत आकर उसने नया काम किया। कबीर संस्था से जुड़ी। प्रजातंत्र के बारे में उसने एक बड़ी रिपोर्ट महज तीन-चार महीनों में तैयार की। फिर वापस चली गई। आखिर दिल्ली आने का उसका मकसद क्या था? इसे एक दस्तावेजी कहानी और अरविंद केजरीवाल के संदर्भ में समझा जा सकता है।
बहरहाल कहानी कुछ इस प्रकार है। जिस स्वराज के राग को केजरीवाल बार-बार छेड़ रहे हैं, वह आखिर क्या है? साथ ही सवाल यह भी उठता है कि अगर इस गीत के बोल ही केजरीवाल के हैं तो गीतकार और संगीतकार कौन है? यही नहीं, इसके पीछे का मकसद क्या है? इन सब सवालों के जवाब ढूंढ़ने के लिए हमें अमेरिका के न्यूयार्क शहर का रुख करना पड़ेगा। न्यूयार्क विश्वविद्यालय दुनिया भर में अपने शोध के लिए जाना जाता है। इस विश्वविद्यालय में ‘मध्यपूर्व एवं इस्लामिक अध्ययन’ विषय पर एक शोध हो रहा है। शोधार्थी का नाम है, शिमिरित ली। शिमिरित ली दुनिया के कई देशों में सक्रिय है। खासकर उन अरब देशों में जहां जनआंदोलन हुए हैं। वह चार महीने के लिए भारत भी आई थी। भारत आने के बाद वह शोध करने के नाम पर ‘कबीर’ संस्था से जुड़ गई। सवाल है कि क्या वह ‘कबीर’ संस्था से जुड़ने के लिए ही शिमिरित ली भारत आई थी? अभी यह रहस्य है। उसने चार महीने में एक रिपोर्ट तैयार की। यह भी अभी रहस्य है कि शिमरित ली की यह रिपोर्ट खुद उसने तैयार की या फिर अमेरिका में तैयार की गई थी।
बहरहाल, उस रिपोर्ट पर गौर करें तो उसमें भारत के लोकतंत्र की खामियों को उजागर किया गया है। रिपोर्ट का नाम है ‘पब्लिक पावर-इंडिया एंड अदर डेमोक्रेसी’। इसमें अमेरिका, स्विट्जरलैंड और ब्राजील का हवाला देते हुए ‘सेल्फ रूल’ की वकालत की गई है। अरविंद केजरीवाल की ‘मोहल्ला सभा’ भी इसी रिपोर्ट का एक सुझाव है। इसी रिपोर्ट के ‘सेल्फ रूल’ से ही प्रभावित है, अरविंद केजरीवाल का ‘स्वराज’। अरविंद केजरीवाल भी अपने स्वराज में जिन देशों की व्यवस्था की चर्चा करते हैं, उन्हीं तीनों अमेरिका, ब्राजील और स्विट्जरलैंड का ही जिक्र शिमिरित भी अपनी रिपोर्ट में करती हैं।
‘कबीर’ के कर्ताधर्ता अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया हैं। यहां शिमरित के भारत आने के समय पर भी गौर करने की जरूरत है। वह मई 2010 में भारत आई और कबीर से जुड़ी। वह अगस्त 2010 तक भारत में रही। इस दौरान ‘कबीर’ की जवाबदेही, पारदर्शिता और सहभागिता पर कार्यशालाओं का जिम्मा भी शिमरित ने ही ले लिया था। इन चार महीनों में ही शिमरित ली ने ‘कबीर’ और उनके लोगों के लिए आगे का एजेंडा तय कर दिया। उसके भारत आने का समय महत्वपूर्ण है।
यहूदी परिवार से ताल्लुक रखने वाली शिमिरित ली को 2007 में कविता और लेखन के लिए यंग आर्ट पुरस्कार मिला। उसे यह पुरस्कार अमेरिकी सरकार के सहयोग से चलने वाली संस्था ने नवाजा। यहीं वह सबसे पहले सीआईए अधिकारियों के संपर्क में आई। जब उसे पुरस्कार मिला तब वह जेक्शन स्कूल फॉर एडवांस स्टडीज में पढ़ रही थी। यहीं से वह दुनिया के कई देशों में सक्रिय हुई।
जून 2008 में वह घाना में अमेरिकन ज्यूश वर्ल्ड सर्विस में काम करने पहुंचती। नवंबर 2008 में वह ह्यूमन राइट वॉच के अफ्रीकी शाखा में बतौर प्रशिक्षु शामिल हुई। वहां उसने एक साल बिताए। इस दौरान उसने चाड के शरणार्थी शिविरों में महिलाओं के खिलाफ होने वाली हिंसा संबंधी दस्तावेजों की समीक्षा और विश्लेषण का काम किया। जिन-जिन देशों में शिमिरित की सक्रियता दिखती है, वह संदेह के घेरे में है। हर एक देश में वह पांच महीने के करीब ही रहती है। उसके काम करने के विषय भी अलग-अलग होते हैं। उसके विषय और काम करने के तरीके से साफ जाहिर होता है कि उसकी डोर अमेरिकी अधिकारियों से जुड़ी है। दिसंबर 2009 में वह ईरान में सक्रिय हुई। 7 दिसंबर, 2009 को ईरान में छात्र दिवस के मौके पर एक कार्यक्रम में वह शिरकत करती है। वहां उसकी मौजूदगी भी सवालों के घेरे में है, क्योंकि इस कार्यक्रम में ईरान में प्रजातंत्र समर्थक अहमद बतेबी और हामिद दबाशी शामिल थे।
ईरान के बाद उसका अगल ठिकाना भारत था। यहां वह ‘कबीर’ से जुड़ी। चार महीने में ही उसने भारतीय लोकतंत्र पर एक रिपोर्ट संस्था के कर्ताधर्ता अरविंद केजरावाल और मनीष सिसोदिया को दी। अगस्त में फिर वह न्यूयार्क वापस चली गई। उसका अगला पड़ाव होता है ‘कायन महिला संगठन’। यहां वह फरवरी 2011 में पहुंचती। शिमिरित ने वहां “अरब में महिलाएं” विषय पर अध्ययन किया। कायन महिला संगठन में उसने वेबसाइट, ब्लॉग और सोशल नेटवर्किंग का प्रबंधन संभाला। यहां वह सात महीने रही। अगस्त 2011 तक। अभी वह न्यूयार्क विश्वविद्यालय में शोध के साथ ही ‘अर्जेंट एक्शन फंड’ से बतौर सलाहकार जुड़ी हैं। पूरी दुनिया में जो सामाजिक न्याय, मानवाधिकार और स्त्री संबंधी मुद्दों पर जो प्रस्ताव आते हैं, उनकी समीक्षा और मूल्यांकन का काम शिमिरित के जिम्मे है। अगस्त 2011 से लेकर फरवरी 2013 के बीच शिमिरित दुनिया के कई ऐसे देशों में सक्रिय थी, जहां उसकी सक्रियता पर सवाल उठते हैं। इसमें अरब देश शामिल हैं। मिस्र में भी शिमिरित की मौजूदगी चौंकाने वाली है। यही वह समय है, जब अरब देशों में आंदोलन खड़ा हो रहा था।
शिमिरित ली 17वें अरब फिल्म महोत्सव में भी सक्रिय रहीं। इसका प्रीमियर स्क्रीनिंग सेन फ्रांसिस्को में हुआ। स्क्रीनिंग के समय शिमिरित ने लोगों को संबोधित भी किया। इस फिल्म महोत्सव में उन फिल्मों को प्रमुखता दी गई, जो हाल ही में जन आंदोलनों के ऊपर बनी थी।
शिमिरित ली के कबीर संस्था से जुड़ने के समय को उसके विदेशी वित्तीय सहयोग के नजरिए से भी देखने की जरुरत है। एक वेबसाइट ने ‘सूचना के अधिकार’ के तहत एक जानकारी मांगी। उस जानकारी के मुताबिक कबीर को 2007 से लेकर 2010 तक फोर्ड फाउंडेशन से 86,61,742 रुपए मिले। 2007 से लेकर 2010 तक फोर्ड ने कबीर की आर्थिक सहायता की। इस बीच केजरीवाल को वर्ष 2006 में रमन मैग्सेसे पुरस्कार के माध्यम से 50000 डॉलर देकर उपकृत किया जा चुका था। इससे पहले केजरीवाल सरकारी नौकरी छोड़ चुके थे। इसके बाद 2010 में अमेरिका से शिमिरित ली ‘कबीर’ में काम करने के लिए आती हैं। चार महीने में ही वह भारतीय प्रजातंत्र का अध्ययन कर उसे खोखला बताने वाली रिपोर्ट केजरीवाल और मनीष सिसोदिया को देकर चली जाती है। शिमिरित ली के जाने के बाद ‘कबीर’ को फिर फोर्ड फाउंडेशन से दो लाख अमेरिकी डॉलर का अनुदान मिला। इसे भारत की खुफिया एंजेसी ‘रॉ’ के अपर सचिव रहे बी. रमन की इन बातों से समझा जा सकता है।
एक बार बी. रमन ने एनजीओ और उसकी फंडिंग पर आधारित एक किताब के विमोचन के समय कहा था कि “सीआईए सूचनाओं का खेल खेलती है। इसके लिए उसने ‘वॉयस ऑफ अमेरिका’ और ‘रेडियो फ्री यूरोप’ को बतौर हथियार इस्तेमाल करती है।” अपने भाषण में बी. रमन ने इस बात की भी चर्चा की थी कि विदेशी खुफिया एजेंसियां कैसे एनजीओ के जरिए अपने काम को अंजाम देती हैं। किसी भी देश में अपने अनुकूल वातावरण तैयार करने के लिए सीआईए उस देश में पहले से काम कर रही एनजीओ का इस्तेमाल करना ज्यादा सुलभ समझती है। उसे अपने रास्ते पर लाने के लिए वह फंडिंग का सहारा लेती है। जिस क्षेत्र में एनजीओ नहीं है, वहां एनजीओ बनवाया जाता है। (हाजीपुर टाईम्स पर भी प्रकाशित)

सोमवार, 17 फ़रवरी 2014

सभा मोहन


“गंगा किनार की पीली-पीली माटी। चन्दन के रुप में बिके हाटी-हाटी।। तुझे गंगा की कसम, तुझे कामाक्षा की दोहाई। मान ले सत-गुरु की बात, दिखा दे करामात। खींच जादू का कमान, चला दे मोहन बान। मोहे जन-जन के प्राण, तुझे गंगा की आन। ॐ नमः कामाक्षाय अं कं चं टं तं पं यं शं ह्रीं क्रीं श्रीं फट् स्वाहा।।

”विधिः- जिस दिन सभा को मोहित करना हो, उस दिन उषा-काल में नित्य कर्मों से निवृत्त होकर ‘गंगोट’ (गंगा की मिट्टी) का चन्दन गंगाजल में घिस ले और उसे १०८ बार उक्त मन्त्र से अभिमन्त्रित करे। फिर श्री कामाक्षा देवी का ध्यान कर उस चन्दन को ललाट (मस्तक) में लगा कर सभा में जाए, तो सभा के सभी लोग जप-कर्त्ता की बातों पर मुग्ध हो जाएँग

रविवार, 16 फ़रवरी 2014

दीपावली पर कीजिये माँ लक्ष्मी का अपने घर पर आवाहन ....

दीपावली पर कीजिये माँ लक्ष्मी का अपने घर पर आवाहन ....
अगर आप दीपावली की रात को इस मंत्र का जाप करते हुये लक्ष्मी  जी का ध्यान करेंगे तो पूरा वर्ष भर आपको धनलाभ होगा 
मंत्र 
 ओउम विष्णु प्रिया लक्ष्मी ,शिव प्रिया सती से प्रकट हुई कामाक्षा भगवती 
 आदि शक्ति युगल मूर्ति महिमा अपार 
 ,दोनो की प्रीति अमर जाने संसार दोहाई कामाक्षा की दोहाई दोहाई. 
 आये बढ़ा व्याए घटा दया कर माई 
 ओउम नम: विष्णु प्रियायै ओउम नम: शिव प्रियायै .
 ओउम नम:कामाक्षायै ह्रीं ह्रीं फट् स्वाहा !  

विधि - एक लाल कपड़ा लें उसमे 1 मुठी चावल रखें  वंही 7 लॉंग 7 इलाइची 7 साबुत बादाम 7 सुपारी  व एक चांडी का सिक्का रखें 
फल फूल मिठाई का भोग लगाएं व इस मंत्र का जाप जितना हो सके उतना करें और वंही सो जाएं 
अगले दिन सुबह इस पोटली को अपनी तिजोरी में रखें धन की कमी नहीं होगी व हर रोज इस मंत्र का कुछ देर जाप करते रहने से मनोकामना पूर्ण होगी !
आपके घर मे लक्ष्मी का स्थाई निवास हो जायेगा ये सत्‍य है मित्रों  करके देखो और जीवन का आनंद प्राप्त करें  !

नवग्रह शांतिदायक टोटके-----

नवग्रह शांतिदायक टोटके-------   
सूर्यः-
१॰ सूर्यदेव के दोष के लिए खीर का भोजन बनाओ और रोजाना चींटी के बिलों पर रखकर आवो और केले को छील कर रखो ।
२॰ जब वापस आवो तभी गाय को खीर और केला खिलाओ ।
३॰ जल और गाय का दूध मिलाकर सूर्यदेव को चढ़ावो। जब जल चढ़ाओ, तो इस तरह से कि सूर्य की किरणें उस गिरते हुए जल में से निकल कर आपके मस्तिष्क पर प्रवाहित हो ।
४॰ जल से अर्घ्य देने के बाद जहाँ पर जल चढ़ाया है, वहाँ पर सवा मुट्ठी साबुत चावल चढ़ा देवें ।
चन्द्रमाः-
१॰ पूर्णिमा के दिन गोला, बूरा तथा घी मिलाकर गाय को खिलायें । ५ पूर्णमासी तक गाय को खिलाना है ।
२॰ ५ पूर्णमासी तक केवल शुक्ल पक्ष में प्रत्येक १५ दिन गंगाजल तथा गाय का दूध चन्द्रमा उदय होने के बाद चन्द्रमा को अर्घ्य दें । अर्घ्य देते समय ऊपर दी गई विधि का इस्तेमाल करें ।
३॰ जब चाँदनी रात हो, तब जल के किनारे जल में चन्द्रमा के प्रतिबिम्ब को हाथ जोड़कर दस मिनट तक खड़ा रहे और फिर पानी में मीठा प्रसाद चढ़ा देवें, घी का दीपक प्रज्जवलित करें । उक्त प्रयोग घर में भी कर सकते हैं, पीतल के बर्तन में पानी भरकर छत पर रखकर या जहाँ भी चन्द्रमा का प्रतिबिम्ब पानी में दिख सके वहीं पर यह कार्य कर सकते हैं ।
मंगलः-
१॰ चावलों को उबालने के बाद बचे हुए माँड-पानी में उतना ही पानी तथा १०० ग्राम गुड़ मिलाकर गाय को खिलाओ ।
२॰ सवा महीने में जितने दिन होते हैं, उतने साबुत चावल पीले कपड़े में बाँध कर यह पोटली अपने साथ रखो । यह प्रयोग सवा महीने तक करना है ।
३॰ मंगलवार के दिन हनुमान् जी के व्रत रखे । कम-से-कम पाँच मंगलवार तक ।
४॰ किसी जंगल जहाँ बन्दर रहते हो, में सवा मीटर लाल कपड़ा बाँध कर आये, फिर रोजाना अथवा मंगलवार के दिन उस जंगल में बन्दरों को चने और गुड़ खिलाये ।
बुधः-
१॰ सवा मीटर सफेद कपड़े में हल्दी से २१ स्थान पर “ॐ” लिखें तथा उसे पीपल पर लटका दें ।
२॰ बुधवार के दिन थोड़े गेहूँ तथा चने दूध में डालकर पीपल पर चढ़ावें ।
३॰ सोमवार से बुधवार तक हर सप्ताह कनैर के पेड़ पर दूध चढ़ावें । जिस दिन से शुरुआत करें उस दिन कनैर के पौधे की जड़ों में कलावा बाँधें । यह प्रयोग कम-से-कम पाँच सप्ताह करें ।
बृहस्पतिः-
१॰ साँड को रोजाना सवा किलो ७ अनाज, सवा सौ ग्राम गुड़ सवा महीने तक खिलायें ।
२॰ हल्दी पाँच गाँठ पीले कपड़े में बाँधकर पीपल के पेड़ पर बाँध दें तथा ३ गाँठ पीले कपड़े में बाँधकर अपने साथ रखें ।
३॰ बृहस्पतिवार के दिन भुने हुए चने बिना नमक के ग्यारह मन्दिरों के सामने बांटे । सुबह उठने के बाद घर से निकलते ही जो भी जीव सामने आये उसे ही खिलावें चाहे कोई जानवे हो या मनुष्य ।
शुक्रः-
१॰ उड़द का पौधा घर में लगाकर उस पर सुबह के समय दूध चढ़ावें । प्रथम दिन संकल्प कर पौधे की जड़ में कलावा बाँधें । यह प्रयोग सवा दो महीने तक करना है ।
२॰ सवा दो महीने में जितने दिन होते है, उतने उड़द के दाने सफेद कपड़े में बाँधकर अपने पास रखें ।
३॰ शुक्रवार के दिन पाँच गेंदा के फूल तथा सवा सौ उड़द पीपल की खोखर में रखें, कम-से-कम पाँच शुक्रवार तक ।
शनिः-
१॰ सवा महिने तक प्रतिदिन तेली के घर बैल को गुड़ तथा तेल लगी रोटी खिलावें ।
राहूः-
१॰ चन्दन की लकड़ी साथ में रखें । रोजाना सुबह उस चन्दन की लकड़ी को पत्थर पर घिसकर पानी में मिलाकर उस पानी को पियें ।
२॰ साबुत मूंग का खाने में अधिक सेवन करें ।
३॰ साबुत गेहूं उबालकर मीठा डालकर कोड़ी मनुष्यों को खिलावें तथा सत्कार करके घर वापस आवें ।
केतुः-
१॰ मिट्टी के घड़े का बराबर आधा-आधा करो । ध्यान रहे नीचे का हिस्सा काम में लेना है, वह समतल हो अर्थात् किनारे उपर-नीचे न हो । इसमें अब एक छोटा सा छेद करें तथा इस हिस्से को ऐसे स्थान पर जहाँ मनुष्य-पशु आदि का आवागमन न हो अर्थात् एकान्त में, जमीन में गड्ढा कर के गाड़ दें । ऊपर का हिस्सा खुला रखें । अब रोजाना सुबह अपने ऊपर से उबार कर सवा सौ ग्राम दूध उस घड़े के हिस्से में चढ़ावें । दूध चढ़ाने के बाद उससे अलग हो जावें तथा जाते समय पीछे मुड़कर नहीं देखें ।

ऋण-हरण श्री गणेश-मन्त्र प्रयोग

ऋण-हरण श्री गणेश-मन्त्र प्रयोग
यह धन-दायी प्रयोग है। यदि प्रयोग नियमित करना हो तो साधक अपने द्वारा निर्धारित वस्त्र में कर सकता है किन्तु, यदि प्रयोग पर्व विशेष मात्र में करना हो, तो पीले रंग के आसन पर पीले वस्त्र धारण कर पीले रंग की माला या पीले सूत में बनी स्फटिक की माला से करे। भगवान् गणेश की पूजा में ‘दूर्वा-अंकुर’ चढ़ाए। यदि हवन करना हो, तो ‘लाक्षा’ एवं ‘दूर्वा’ से हवन करे। विनियोग, न्यास, ध्यान कर आवाहन और पूजन करे। ‘पूजन’ के पश्चात् ‘कवच’- पाठ कर ‘स्तोत्र’ का पाठ करे।
विनियोगः- ॐ अस्य श्रीऋण-हरण-कर्तृ-गणपति-मन्त्रस्य सदा-शिव ऋषिः, अनुष्टुप छन्दः, श्रीऋण-हर्ता गणपति देवता, ग्लौं बीजं, गं शक्तिः, गों कीलकं, मम सकल-ऋण-नाशार्थे जपे विनियोगः।
ऋष्यादि-न्यासः- सदा-शिव ऋषये नमः शिरसि, अनुष्टुप छन्दसे नमः मुखे, श्रीऋण-हर्ता गणपति देवतायै नमः हृदि, ग्लौं बीजाय नमः गुह्ये, गं शक्तये नमः पादयो, गों कीलकाय नमः नाभौ, मम सकल-ऋण-नाशार्थे जपे विनियोगाय नमः अञ्जलौ।
कर-न्यासः- ॐ गणेश अंगुष्ठाभ्यां नमः, ऋण छिन्धि तर्जनीभ्यां नमः, वरेण्यं मध्यमाभ्यां नमः, हुं अनामिकाभ्यां नमः, नमः कनिष्ठिकाभ्यां नमः, फट् कर-तल-कर-पृष्ठाभ्यां नमः।
षडंग-न्यासः- ॐ गणेश हृदयाय नमः, ऋण छिन्धि शिरसे स्वाहा, वरेण्यं शिखायै वषट्, हुं कवचाय हुम्, नमः नेत्र-त्रयाय वौषट्, फट् अस्त्राय फट्।
ध्यानः-
ॐ सिन्दूर-वर्णं द्वि-भुजं गणेशं, लम्बोदरं पद्म-दले निविष्टम्।
ब्रह्मादि-देवैः परि-सेव्यमानं, सिद्धैर्युतं तं प्रणमामि देवम्।।
‘आवाहन’ आदि कर पञ्चोपचारों से अथवा ‘मानसिक पूजन’ करे।
।।कवच-पाठ।।
ॐ आमोदश्च शिरः पातु, प्रमोदश्च शिखोपरि, सम्मोदो भ्रू-युगे पातु, भ्रू-मध्ये च गणाधीपः।
गण-क्रीडश्चक्षुर्युगं, नासायां गण-नायकः, जिह्वायां सुमुखः पातु, ग्रीवायां दुर्म्मुखः।।
विघ्नेशो हृदये पातु, बाहु-युग्मे सदा मम, विघ्न-कर्त्ता च उदरे, विघ्न-हर्त्ता च लिंगके।
गज-वक्त्रो कटि-देशे, एक-दन्तो नितम्बके, लम्बोदरः सदा पातु, गुह्य-देशे ममारुणः।।
व्याल-यज्ञोपवीती मां, पातु पाद-युगे सदा, जापकः सर्वदा पातु, जानु-जंघे गणाधिपः।
हरिद्राः सर्वदा पातु, सर्वांगे गण-नायकः।।
।।स्तोत्र-पाठ।।
सृष्ट्यादौ ब्रह्मणा सम्यक्, पूजितः फल-सिद्धये। सदैव पार्वती-पुत्रः, ऋण-नाशं करोतु मे।।१
त्रिपुरस्य वधात् पूर्वं-शम्भुना सम्यगर्चितः। हिरण्य-कश्यप्वादीनां, वधार्थे विष्णुनार्चितः।।२
महिषस्य वधे देव्या, गण-नाथः प्रपूजितः। तारकस्य वधात् पूर्वं, कुमारेण प्रपुजितः।।३
भास्करेण गणेशो हि, पूजितश्छवि-सिद्धये। शशिना कान्ति-वृद्धयर्थं, पूजितो गण-नायकः।
पालनाय च तपसां, विश्वामित्रेण पूजितः।।४
।।फल-श्रुति।।
इदं त्वृण-हर-स्तोत्रं, तीव्र-दारिद्र्य-नाशनम्, एक-वारं पठेन्नित्यं, वर्षमेकं समाहितः।
दारिद्र्यं दारुणं त्यक्त्वा, कुबेर-समतां व्रजेत्।।
मन्त्रः- “ॐ गणेश ! ऋणं छिन्धि वरेण्यं हुं नमः फट्” (१५ अक्षर)
उक्त मन्त्र का अन्त में कम-से-कम २१ बार ‘जप करे। २१,००० ‘जप’ से इसका ‘पुरश्चरण’ होता है। वर्ष भर‘स्तोत्र’ पढ़ने से दारिद्र्य-नाश होता है तथा लक्ष्मी-प्राप्ति होती है।  

गोमती चक्र

गोमती चक्र कम कीमत वाला एक ऐसा पत्थर है जो गोमती नदी मे मिलता है। विभिन्न तांत्रिक कार्यो तथा असाध्य रोगों में इसका प्रयोग होता है। असाध्य रोगों को दुर करने तथा मानसिक शान्ति प्राप्त करने के लिये लगभग 10 गोमती चक्र लेकर रात को पानी में डाल देना चाहिऐ। सुबह उस पानी को पी जाना चाहिऐ । इससे पेट संबंध के विभिन्न रोग दुर होते है।
धन लाभ के लिऐ 11 गोमती चक्र अपने पुजा स्थान मे रखना चाहिऐ उनके सामने ॐ श्री नमः का जाप करना चाहिऐ। इससे आप जो भी  कार्य करेंगे उसमे आपका मन लगेगा और सफलता प्राप्त होगी । किसी भी कार्य को उत्साह के साथ करने की प्रेरणा मिलेगी।
गोमती चक्रों को यदि चांदी अथवा किसी अन्य धातु की डिब्बी में सिंदुर तथा अक्षत डालकर रखें तो ये शीघ्र फलदायक होते है। होली, दीवाली, तथा नवरात्रों आदि पर गोमती चक्रों की विशेष पुजा की जाति है। अन्य विभिन्न मुहुर्तों के अवसर पर भी इनकी पुजा लाभदायक मानी जाती है। सर्वसिद्धि योग तथा रावेपुष्य योग आदि के समय पुजा करने पर ये बहुत फलदायक है।

धन लाभ व कर्जा मुक्ति

प्यारे मित्रो मैं यहाँ  केवल  उन्ही मंत्रो के बारे मे लिखता हु जिनका प्रभाव मैने और मेर साथियों ने खुद देखा है।
धन लाभ व कर्जा मुक्ति के लिये आप इस मंत्र का केवाल सुबह के समय 30 मिनट तक जाप करे 
 और सुख की अनुभूति से अभिभूत हों .  
मंत्र ..........
 ओम नमो चंडी चंडी  महा चंडी काली काली महाकाली 
 दुर्गे दुर्गे महादुर्गे संकट हरो रक्षा करो मनोकामना पूर्ण करो 
 जो न करो तो दुहाई गुरु गोरख नाथ की 
 दुहाई ईश्वर महादेव गोरा पार्वती की 
 महाबलीभैरव की दुहाई .


 बस केवल 15 दिन मे एक बार दुर्गा मन्दिर मे एक नारियल चढावें और 21 दिन मे चमतकर देखें .

साधना के क्षेत्र मे सफलता प्राप्ति के लिये शक्ति शाली मंत्र

साधना के क्षेत्र मे सफलता प्राप्ति के लिये शक्ति शाली तन्त्र मन्त्र यन्त्र शिरोमणी मंत्र इस प्रकार है .
मन्त्र

ओम नमो परब्रहम परमात्मने नम: उत्पत्तिस्थिति प्रलयंकराये 
 ब्रहम हरिहराये त्रिगुणात्मने सर्व कौतुकानी दर्शय दर्शय 
 दत्तात्रेयाय नम:
 मनोकामना सिद्धिं कुरू कुरू स्वाहा ! 

 ये मन्त्र ब्रह्मा विष्णु शिव सहित परम गुरु दत्तात्रेय  जी को समर्पित है . 
 इस के प्रतिदिन 10 मिनट के जाप मात्र से सारे मन्त्र जागृत होने लगते है। 

 और कार्यों मे तुरन्त सिद्धी मिलती है ये परम गोपनीय मन्त्र है। इसका प्रभाव बड़ा ही दिव्य है।
 आप नित्य ही खुद को शक्तिशाली अनुभव करेंगे 

 आपको लगेगा की आप सब कुछ करने मे सक्षम है। इस मन्त्र के प्रभाव प्रत्येक साधक के लिये अलग अलग हो सकते है 
 ये परम सात्विक मन्त्र है इसका जाप कोई भी कर सकता है कोई भी विधान नहीं है 

ज्योतिष मे सफलता प्राप्ति के लिये शक्तिशाली मंत्र

पाठको मैं आपको एक अनुभव किया हुआ मन्त्र बता रहा हूँ .

इसके जाप से वाणी सिद्ध होने लगती है कुछ ही दिन के बाद आपको ये भी मालूम होने लगता है की सामने वाले के मन मे क्या है पर जाप बस निरंतर होना चाहिये मन्त्र अति शक्तिशाली है।

जाप करने का समय सुबह 30 मिंट से 1 घंटे तक किया जा सकता है।

मन्त्र 

ओउम नमो भगवती श्रुत देवी हंस वाहिनी त्रिकाल निमित्त प्रकाशिनी
 सर्व कार्य प्रकाशिनी सत भावे सत भाषे
 असत का प्रहार करे ओउम नमो श्रुत देवी स्वाहा !


इस मन्त्र के निरंतर जाप से आप पर मां सरस्वती की पूर्ण कृपा होगी और वाणी से निकला हर शब्द सत्‍य सीध होगा !
आजमा कर देख लो 

पर साथ ही हर पूर्णिमा को खीर का भोग देवी को लगाना मत भूलना।

धन लाभ के लिये हनुमान जी का शक्तिशाली मन्त्र प्रयोग

  •  धन लाभ के लिये हनुमान जी का शक्तिशाली मन्त्र प्रयोग
  •  
  •  दीपावली के महापर्व की आप सब को खूब बधाई  इस अनुपम पर्व पर कीजिये कुछ ख़ास और सुख का आनंद लीजिये 
  •  
  • आज मैं उन मित्रों के लिये मंत्र  लिख रहा हु  जिनको लगता है की  दुकान का काम बांध दिया गया है 
  •  या किसी ने कोई टुना टोटका कर  दिया है . दुकान से आमदानी कम हो रही है या ग्राहक नहीं आते 
  •  तो प्यारे इस दिव्य मंत्र का प्रयोग आपके लिये सफलता दाई होगा ये मेरा विश्वास है 
  •  क्योंकि इस मंत्र को खुद मैने अनेक बार प्रयोग किया है यदि हो सके तो सामने  मारुति शक्ति यन्त्र लकडी की चोकी पर रख लेवे 
  • मन्त्र 
  •  औम नमो  हनुमंत वीर ,रखो हद थिर ,करो यह काम वैपार बढे तन्तर दूर हो ,
  •  टुना टूटे . ग्राहक बढे ,काराज सिद्ध होये न होये तो माता अंजनी की आन  ...!
  •  
  •  विधि - एक मीटर सूती कपडा लेवे उसमे काले तिल रखे और उस पर घी का दीपक जला के रख देवे  दीपक के सामने 7 लॉन्ग 7  इलाची
  • 7 सुपारी रख ले अब इस मन्त्र का जाप करे जितना हो सके .
  • अगले दिन  तिल तो बाहर फेंक देवे  और बाकी सामन को तिजोरी मे रख लेवे 
  • ये प्रयोग दीपावली की रात को करे  दुकान वैपार मे लाभ होगा 
  • फिर हर रोज इस मन्त्र का जाप अपनी दुकान मे 5 मिनट हर रोज करते रहे। 
  •  तो सब विघन बाधाओं का नाश हो कर धन लाभ होगा 
  • प्रत्येक मंगलवार को हनुमान जी को इस मंत्र का जाप करते हुए 2 लद्दू 1 मिठापान चढाते रहें तो हनुमान जी की कृपा सदा बनी रहेगी 

आजीविका प्राप्ति (सरकारी नोकरी ) के लिये माता काली का अति शक्ति शाली मंत्र

आजीविका प्राप्ति के लिये माता काली का अति शक्ति शाली मंत्र इस के प्रभाव से सरकारी नोकरी लगती है।

या जॉब प्रमाणेन्ट हो जायेगी मतलब की इस मंत्र का जाप करने से आपको आजीविका का लाभ होगा . 

मंत्र 
ओउम नमो काली कंकाली महाकाली मुख सुन्दर जिह्वा वाली ,
चार वीर भैरों चौरासी , चार बत्ती पूजूं पान ए मिठाई
अब बोलो काली क़ी दुहाई .

इस मंत्र का हर रोज 30मिनट तक जाप करने से आर्थिक लाभ मिलता है आजमाया हुआ मंत्र है 

जीवन मे धन से सम्बन्धित कोई भी परेशानी नहीं रहती। माता काली की कृपा से सब काम संभव हो जाते है 15 दिन मे एक बार किसी भी मंगलवार के दिन काली माता को मीठापान व मिठाई का भोग लगते रहें और चमत्‍कार देखें..

भागे या रूठ के गये हुये को वापिस बुलाने का मंत्र

भागे या रूठ के गये हुये को वापिस बुलाने का मंत्र

ओम नमो काली कलिका .......... को आकर्शय आकर्शय .
बड़े वेग आकर्शय जिन वाटे जाई सोई वाट खिलूँ .
ओम श्रीं ह्रीं आकर्षण आकर्षण स्वाहा।

इस मंत्र के प्रभाव से रूठ कर विदेश या कंही बाहर अथवा भाग कर गया हुआ व्यक्ति
या पत्नी घर वापिस आ जाते है।
मैने कई बार इस मंत्र का प्रयोग किया है आप भी कर सकते है।

विधि -- इस मंत्र का जाप 1000 की सांख्या मे करना चाहिये जाप आप खुद भी कर सकते हो
या किसी अच्छे कर्म कांड करने वाले ब्राह्मण से भी करवा सकते हो।
जाप के पस्चात हवन करना जरूरी है. हवन हर रोज भी किया जा सकता है।
108 आहुति देते हुये हर रोज हवन कर सकते है खाली जगह पर उसका नाम लें जिसको बुलाना हो।
काली पूजन करें काली मंदिर मे हर रोज सरसों के तेल का दीपक जलाएं इसके साथ 15 का यंत्र भी प्रयोग करे तो कार्य अति शीघ्र पूर्ण होगा .

बंधा ब्यापार खोलने का मंत्र

..........मंत्र.........
॥ॐ ह्रीं व्यापार बंधं मोचय मोचय ॐ फट्॥

यदि ईष्याबश किसी ने तंत्र द्वारा व्यापार को बांध दिया हो तो साधक को चाहिए कि वह किसी पवित्र पात्र मेँ लक्ष्मी का प्रिय श्रियंत्र स्थापित कर कुंकुम,अक्षतादि से उसका पूजन करे,दिपक जलाए और मंत्रका 21 दिन तक अनुष्ठानपूर्वक नित्य 108 बार जप करे।ऐसा करके यंत्रको व्यापार स्थान मे रख दे तो बाधा दुर हो जाएगा

भूत प्रेत बाधा नाशक प्रयोग

(मंत्र)

हल्दी बाण बाण को लिया उठाय।
हल्दी बाण से नीलगीरी पहाड थर्राय।
यह सब देख बोलत गोरखनाथ।
डाइन योगिनी भूत-प्रेत मुंड काटोतान।

प्रयोग बिधि-साधक इस मंत्र से भूत-प्रेत बाधा ग्रस्त व्यक्ती का इक्कीस बार कच्ची हल्दिसे सिर से पैर तक उतारा करके अग्नि मेँ डाल दे तो ब्यक्ती भुत प्रेत बाधा से मुक्त होकर स्वस्थ हो जाता है।

क्या केजरीवाल का जनलोकपाल बिल पास न करवा पाने के मुद्दे पर इस्तीफा देना एक सही कदम है ?

क्या केजरीवाल का जनलोकपाल बिल पास न करवा पाने के मुद्दे पर इस्तीफा देना एक सही  कदम है ?

द्वितीय दृष्टिकोण

दरअसल श्री अरविन्द केजरीवाल जी जन लोकपाल बिल पास ही नहीं करना चाहते थे । क्योंकि अगर वो इसे पास करवाना चाहते तो जैसे अन्य बिजली पानी में सब्सिडी का कानून, नर्सरी एडमिशन के प्रोसेस में बदलाव का कानून, पास करवाये इसे भी पास करवा सकते थे  अरविंद केजरीवाल कभी ये चाहते ही नहीं थे कि स्वराज बिल और जनलोकपाल बिल पास हो जाए.. जरा सोचिए .. अगर जनलोकपाल बिल पास हो जाता तो ये किस मुंह से फिर चुनाव लड़ते । ये मुद्दाविहीन हो जाते.. इसलिए जनलोकपाल और स्वराज के मुद्दे को जीवित रखना इनकी मजबूरी है । इस्तीफे की वजह है कि केजरीवाल सरकार नहीं चला पा रहे थे.. हर दिन नई गलतियां हो रही थी । सरकार चलाने में परेशानी हो रही थी दूसरी समस्या यह थी कि पानी बिजली के बिल घर पहुंचने लगे थे जिन्हें छूट मिली वो निराश थे क्योंकि जितना जोरशोर मचाया गया उस हिसाब से राहत नहीं मिल रही थी । और जिन्हें छूट नहीं मिली उनके बिल पहले से ज्यादा आ रहे हैं ।  हर दिन नौकरी को परमानेंट करने की डिमांड तेज हो रही थी ।  लोग धरना प्रदर्शन कर रहे थे ।  हकीकत यह है कि सरकार ये करने में असमर्थ है साथ ही भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए फोन नंबर दिए गए.. उसके जरिए एक भी चूहा आम आदमी पार्टी नही पकड़ सकी... लोगों का समर्थन दिन ब दिन कम होता जा रहा था.. जो सपने केजरीवाल ने दिखाए वो पूरे नहीं होते दिखाई दे रहे थे... साथ ही उनकी बातचीत व धरना प्रदर्शन की रणनीति भी लोगों को नाराज कर रही थी.. कहने का मतलब यह कि केजरीवाल को यह पता चल गया कि अगर कुछ और दिन
वो सरकार में रहे थे उनकी सारी पोल पट्टी खुल जाएगी..वो बेनकाब हो जाएंगे..यह भी जानना जरूरी है 
कि सरकार गिराने के फैसले को लेकर पार्टी में विरोध हो रहा था.. कई विधायक इस फैसले के खिलाफ
हैं ।  पार्टी टूट की कगार पर आ गई है ।  पार्टी के अंदर उठापटक की दूसरी वजह यह है कि अन्ना के 
आंदोलन से जुड़े प्रंमुख लोग पार्टी को छोड़ चुके हैं और उनकी जगह आशुतोष व योगेंद्र यादब जैसे 
लोगो ने ले ली है. समस्या यह है कि लोकसभा चुनाव की तैयारी के लिए जब आम आदमी पार्टी 
का कोई नेता जाता है तो स्थानीय लोग इनलोगों की बातों नहीं सुनते और इनके हाथों से
पार्टी का कंट्रोल छूट रहा है.. बिहार हो या हरियाणा हर शहर के कार्यकर्ता सिर्फ और सिर्फ केजरीवाल 
को चाहते हैं.. अरविंद केजरीवाल दिल्ली के कामों में फंसे थे.. वो टाइम नहीं सकते थे.. इतने 
दिनों में यह पता चल गया था कि लोकसभा चुनाव लड़वाना और तैयारी करना आम आदमी पार्टी के 
दूसरे नेताओं के बस में नहीं था.. दूसरी बात यह कि जिन बड़े बड़े लोगों ने पार्टी को ज्वाइन किया 
वो स्वयं चुनाव लड़ने की जुगाड़ में हैं तो पार्टी की किरकिरी तो तय थी.. इसलिए केजरीवाल ने 
लोगों ने जनलोकपाल और स्वराज को जिंदा रखने, पार्टी को लोकसभा चुनाव के लिए तैयार करने,
और दिल्ली सरकार की विफलताओं को छिपाने के लिए इस्तीफा दिया ताकि वो चिल्ला चिल्ला कर
सफेद झूठ बोल सकें कि जनलोकपाल के लिए मुख्यमंत्री की कुर्सी की मैने कुर्बानी दे दी..

शनिवार, 15 फ़रवरी 2014

क्या केजरीवाल का जनलोकपाल बिल पास न करवा पाने के मुद्दे पर इस्तीफा देना एक सही कदम है ?

क्या केजरीवाल का जनलोकपाल बिल पास न करवा पाने के मुद्दे पर इस्तीफा देना एक सही  कदम है ?

एक दृष्टिकोण

दरअसल श्री केजरीवाल जी भी ये अच्छी तरह से जानते थे कि दिल्ली विधानसभा में किसी भी कानून को बनाने के लिए केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय की अनुमति लेना आवश्यक है जबकि देश के अन्य किसी भी राज्य को अपने यहाँ कानून बनाने के लिए केंद्र सरकार कि अनुमति कि आवश्यकता नहीं है तो दिल्ली कि सरकार के साथ ऐसा सौतेला व्यवहार क्यों किया जा रहा है केजरीवाल ने इसी सौतेले व्यव्हार के विरोध में रेल भवन के आगे धरना भी दिया था दरअसल श्री केजरीवाल जी और आम आदमी पार्टी उदभव गलत व्यवस्था का  विरोध  करने के कारण ही हुआ है  दिल्ली में हुए अन्ना के आंदोलन का मुख्य बिंदु "जन-लोकपाल कानून पास करवाना और गलत व्यवस्था और नियम को बदलकर भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाना"  ही था  और इसीलिए केजरीवाल और उनके सहयोगियो ने "आप" का गठन किया था केजरीवाल को दिल्ली विधानसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत नहीं मिला फिर भी उन्होंने लोगो के भारी दबाव के कारण मॅहगाई से पिसती जनता को राहत  देने के लिए कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाई और बिजली के बिल के दाम आधे किये और पानी मुफ्त देना शुरू कर दिया ।उनके समय में दिल्ली कि देखादेखी हरियाणा में भी बिजली के दाम कम हो गए।  सी एन जी के दाम घटाने के लिए उन्होंने केंद्र सरकार को लिखा फलस्वरूप सी एन जी के दाम 15 रु प्रति किलो कम हो गए ।  केजरी कि सरकार बनते ही भ्रष्टाचार-रिश्वतखोरी में भरी कमी आयी । सब्जियो के दाम कम हो गए । उन्होंने ये कानून पास किया कि सब्जी मंडी में आढ़ती अपना कमीशन किसान से न लेकर ग्राहको से ले , इससे आढ़ती तो नाराज हुए पर जनता और किसानो को फायदा हुआ । सरकारी अधिकारी-कर्मचारी अपना कार्य सही तरीके से और समय पर करने लगे । महगाई से पिसती जनता को वास्तव में राहत महसूस हुई । 

जन-लोकपाल कानून पास करना केजरीवाल जी का मुख्य चुनावी अजेंडा था और उन्होंने इसे पास न करवा पाने कि स्थिति में अपना इस्तीफा दे दिया और विधानसभा भंग करने कि सिफारिश कि है जो कि एकदम सही कदम है । 

सोमवार, 3 फ़रवरी 2014

ऋण नाशक उपाय

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शुक्ल पक्ष के मंगलवार को 21 गोमती चक्र लेकर उनको समुद्री नमक मिले पानी में एक घंटा डुबो दें। इसके पश्चात इन गोमती चक्रों को कच्चे दूध से धोंले तथा प्रत्येेक गोमती चक्र पर गणेश जी का स्मरण करते हुए सिन्दूर लगावें । यह कर चुकने के बाद इन गोमती चक्रों को चौकी पर लाल कपड़ा बिछा कर रखें तथा 21 लाल गुंजा 'रत्ती हल्दी की एक गांठ तथा तांबे का एक सिक्का रखें । ओर धूप - दीप जलाकर विघ्ननाशक ऋणहर्ता गणेश जी का ध्यान करते हुए निम्न मंत्र की माला जपें - ऊँ गं ऋणहर्ताय नम:। समस्त गोमती चक्रों को उसी लाल कपड़े में पोटली बनाकर लाल डोरे से लपेट कर अपने व्यवसायिक स्थल या घर की तिजोरी अथवा धन रखने वाले स्थान पर रख दें। अब नित्य धूप देकर उक्त मंत्र की माला का जाप करें। थोड़े ही दिनों में कर्ज की नियमित किस्त चुकाने हेतु धन आगमन होने लगेगा। रोजगार में वृद्धि होगी तथा चिंता व तनाव दूर होकर समृद्धि के अवसर बनेंगे।