गुरुवार, 3 दिसंबर 2015

पुत्र प्राप्ति हेतु संतान गोपाल मन्त्र व् विधी

संतान गोपाल मन्त्र व् विधी
बाल गोपाल श्री कृष्ण जी के बाल रूप को कहा जाता है !
कृष्ण जी अपने बाल रूप मे बहुत नटखट थे 
हिन्दू धर्म के अनुसार श्री कृष्ण जी के
बाल गोपाल स्वरूप की पूजा करना निःसंतान दम्पतियों के लिये बहुत शुभ मानी जाती है
बाल गोपाल एक ऐसा ही मन्त्र है
जो की निःसंतान दम्पतियों के लिये आशीर्वाद स्वरूप माना जाता है
मन्त्र जाप के साथ- साथ अपने शयन कक्ष मे
श्री कृष्ण की बाल रूप की प्रतिमा रखे इस प्रतिमा की श्रद्धाभाव से पूजा करते हुये लड्डू
माखन मिश्री का भोग लगाये
मान्यता है कि इस मन्त्र का प्रति दिन 108 जाप
करने से जातक को संतान अवश्य प्राप्त होती है
मन्त्र का प्रयोग
संतान प्राप्ति के इछुक दम्पति किसी भी रविवार को प्रातकाल सूर्यादय से पहले स्नान करके तन मन से पवित्र होकर एक पानी वाला नारियल लेकर किसी ऐसे स्थान से जहाँ पर उगते हुये सूर्य देव के स्पष्ट दर्शन हो सके
पति पत्नी दोनों एक साथ सूर्य देव को ताँबे के पात्र से जल अर्पण करते हुये
ॐ श्री सूर्य नारायणय नमः
का जाप करते हुये हुये अधर्य दे
गोले को तोड़कर उसको प्रसाद के रूप मे महिला
को खिला दे
उसके बाद प्रति दिन एक माला रोज मन्त्र का
जाप करे
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ॐ श्री ह्रीं क्ली ग्लौं
देवकी सुत गोविन्द वासुदेव जगत्पते
देहि मे तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गत:==
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रसोईघर मे इन बातों का ध्यान रखे

रसोईघर मे इन बातों का ध्यान रखे
ध्यान रखेंगे किचन की ये बातें तो नहीं आएंगी ये परेशानियां
रसोई हर घर का महत्वपूर्ण हिस्सा होती है। यह वहीं जगह है, जहां महिलाओं का अधिकांश समय बीतता है, लेकिन बहुत ही कम लोग इस बात पर ध्यान देते हैं कि कई बार यहीं रसोई आपके परिवार के लिए मुश्किलें भी खड़ी कर सकती है। फेंगशुई के अनुसार, परिवार के स्वास्थ्य और समृद्धि को बरकरार रखने में रसोई घर की खास भूमिका होती है। इसलिए छोटी-मोटी चूक भी बड़ी समस्या का कारण बन सकती है। जानिए कुछ आसान बातें और पा लीजिए अपनी कई परेशानियों का हल-
रसोई का सही स्थान
अग्नि कोण (दक्षिण-पूर्व) में बना किचन लाभकारी माना जाता है।
उपाय- यदि आपकी रसोई इस दिशा में नहीं है, तो मिट्टी के खाली बर्तन में एक छोटी क्रिस्टल बॉल डालकर रसाईघर में रखें। इससे पूरा परिवार स्वस्थ रहेगा।
ध्यान रखेंगे किचन की ये बातें तो नहीं आएंगी ये परेशानियां
एनर्जी का सदुपयोग
गैस या ओवन रसोई के गेट की ओर नहीं रखना चाहिए, वरना अग्नि स्त्रोत की ऊर्जा गेट से बाहर चली जाती है।
उपाय- रसोई के गेट की चौखट पर एक क्रिस्टल बॉल टांग दें।
व्यवस्थित हो किचन
रसोई में रखे गंदे बर्तन, डिब्बे आदि घर में नेगेटिव एनर्जी फैलाने के कारण बन सकते हैं। इससे हानि और कष्ट की स्थिति बनती है।
उपाय- रसोई व्यवस्थित रखें और इसकी साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें। रसोईघर के साथ ही एक छोटे स्टोर का निर्माण करवा सकते हैं। यह सम्भव न हो, तो रसोई की अलमारियों को कवर करवा दें। इसके लिए लाल रंग की सनमाइका का उपयोग नहीं करना चाहिए।
रसोई के सामने
रसोई के ठीक सामने बाथरूम का गेट या सीढ़ियां होने पर कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है और घर में आर्थिक नुकसान होता रहता है।
उपाय- रसोई की छत पर क्रिस्टल पिरामिड लगाएं।
फर्श का रंग
रसोई के नीचे पानी की टंकी न बनाएं। अग्नि के तत्व रसोई के नीचे पानी की टंकी होने पर संतुलन बिगड़ जाता है। इससे दुर्भाग्य और दरिद्रता की संभावना बढ़ जाती है।
उपाय- रसोईघर के फर्श पर हरे रंग की टाइल्स लगवाएं।
बना रहे संतुलन
गैस, अग्नि का प्रतीक है और सिंक में लगा नल, फिल्टर, मटका व फ्रिज शीतलता (जल) का। इसलिए गैस के सामने सिंक, फ्रिज या पानी का बर्तन न रखें अन्यथा परिवार को दुखों और कष्टों का सामना करना पड़ सकता है।
उपाय- यदि रसोई में जगह कम होने के कारण इनका स्थान बदलना सम्भव न हो, तो अग्नि और जल के प्रतीक (गैस व पानी) के बीच कोई क्रिस्टल या क्रिस्टल ट्री लगा दें।
बरकरार रहे शांति व वैभव
रसोईघर के ऊपर बाथरूम का होना समृद्धि को नष्ट करता है। इससे घर में अशांति और दरिद्रता की स्थिति बनी रहती है।
उपाय- रसोई में क्रिस्टल पिरामिड लगाएं और बाथरूम में खड़ा नमक रखें। ध्यान रहे कि हर महीने पुराने नमक को फेंककर नया नमक बाथरूम में रखें।

-ईश्वरीयरीय संकेत----- कुछ ईश्वरीय तत्व और उसके रहस्य

 आज मै आप लोगो को कुछ ईश्वरीय तत्व और उसके रहस्य जी आप के साथ घटना होती है उसके बारे में बताने जा रहा हूँ। शकुन
-ईश्वरीयरीय संकेत=======
१:- घर के परिसर में बिल्ली या बिलाव का रोना या आपस में झगड़ा करना विपत्ति या घर में क्लेश का सूचक है.
२:- यदि घर के मुख्य द्वार से सांप का प्रवेश होता है तो, यह गृहस्वामी या गृहस्वामिनी के स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं होता है.
३:-यदि घर में कोई चोट खाया या घायल पक्षी या उसका कोई काटा हुआ
अंग आँगन में गिरता है तो, समझ लीजिए कि महासंकट आने वाला है.
४:- घर में यदि कुतिया प्रसव करती है तो यह गृहस्वामी के लिए अच्छा संकेत नहीं है,
इसके कारण शत्रु की वृद्धि होती है तथा अपने ही परिवार में मतभेद होने लगते है.
५:- यदि घर में कौवा, गिद्ध, चील या कबूतर नित्य बैठते है और छह मास तक लगातार
निवास बनाए हुए है तो गृहस्वामी पर नाना प्रकार की विपत्ति आने का सूचक होता है.
६:- यदि घर में काले रंग के चूहे बहुत अधिक तादाद में दिन और रात भर घूमते रहते हो तो, समझ लीजिए कि किसी रोग या शत्रु का आक्रमण होने वाला है.
७:- यदि घर की छत पर, दीवार पर या घर के किसी भी कोने में लाल रंग की
चींटिया घुमती या रेंगती हुई दिखाई दे, तो समझ लीजिए कि संपत्ति का क्षय होता है.
या संपत्ति का कोई नुक्सान हो जाता है.
और यदि पंख वाली चींटियां हो तो
घर में बिनाकिसी कारण के क्लेश की स्थिति उत्पन्न होने लगती है.
८:- यदि पालतू गाय अपना दूध पीती हो या अत्यधिक सिर हिलाती हो, तो घर के गृहस्वामी के ऊपर कर्ज बढ़ता है और भाग्य खराब होने लगता है.
९:- यदि किसी खुशी के कार्य पर घर में आग लग जाय तो धन हानि की संभावना बन जाति है।
१०:- यदि घर में बने मंदिर की कोई मूर्ति या चित्र अपने आप खंडित या जल जाए, या जमीन पर हाथ से छूट कर टूट जाए तो, यह संकेत पूरे परिवार के लिए शुभ नहीं होता तथा इसके कारण समाज में मां हानि और कलंक लगता है. घर में विवाह आदि शुभ कार्योंमें अनावश्यक बाधाओं का सामना करना पडता है.
११:- यदि घर में रसोई का प्लेटफार्म का चटकना या टूटना, चाकले का टूटना या तड़क जाना दरिद्रता की निशानी होती है.
१२:- यदि घर में दूध बार बार जमीन
पर गिरता हो, किसी भी कारण से तो घर में क्लेशऔर विवाद की स्थिति बनती है.
१३:- यदि सुबह के समय या शाम के समय कौवा मांस या हड्डी लाकर गिराता है
तो, समझ लीजिए कि अमंगल होने वाला है और बिमारी, चोट आदि पर धन खर्च होगा.
१४:- यदि कोई भी पक्षी घर में किसी भी समय कोई लोहे का टुकड़ा गिराता है तो,
यह अशुभ संकेत होता है जिसके कारण अचानक छापा या कारावास होने
की पूरी पूरी संभावनाबनने लगती है ।
१५:- यदि जिस दिन नए घर में प्रवेश करना हो तो, उसी दिन सूर्योदय के समय
कोई भी पशु रोता है तो उस दिन गृह प्रवेश टाल दें यह संकेत शुभ नहीं होता है ।
किसी भी सहायता के लिए संपर्क करें !