दिल्ली में मुख्यमंती शीला दीक्षित और बिजली कंपनियों द्वारा खुली लूट !
आइये हम सब एकजुट होकर इसका विरोध करें ।
दिल्ली सरकार और बिजली कंपनियों की साँठगाठ से बढे बिजली के दाम ।
बजली के दाम घटाने वाला आदेश दबा दिया गया ।
निम्लिखित तथ्यों पर गौर करें :-
1. दिल्ली में जब वितरण निजी कंपनियों को सौपा गया तब बिजली विभाग की करीब 2000 करोड़ रुपये
की सरकारी संपत्ति टाटा और रिलायंस की वितरण कंपनियों को मात्र एक रुपया प्रति माह किराये पर
दे दी गयी ।
2. ये कंपनिया भरी मुनाफा कमा रही है लेकिन इन्होने अपने खतों में धोखाधड़ी और फर्जीवाडा करके
घाटा दिखाते हुए साल 2010-2011 के लिए बिजली के दाम 50-70 प्रतिशत तक बढाने की मांग कर दी
3. दिल्ली बिजली नियामक आयोग (DERC) के तत्कालीन अध्यक्ष श्री बरजिंदर सिंह ने बिजली वितरण
कंपनियों के अकाउंट की जाँच कराइ और उसमे कई धांधलियाँ पकड़ी ।
4. बिजली के दाम बढाने की मांगो को ख़ारिज करते हुए श्री बरजिंदर सिंह ने उल्टा बिजली कंपनियों को
बिजली के दाम 23 प्रतिशत घटाने का आदेश तैयार किया । श्री बरजिंदर सिंह जी के हिसाब से पिछले
पांच सालो में भी दिल्ली में बिजली के दाम गलत बढ़ाये गए ।
5. दोनों कंपनिया दौड़ी-दौड़ी मुख्यमंती श्रीमती शीला दीक्षित के पास इस आदेश को रुकवाने के लिए पहुंची
6. श्रीमती शीला दीक्षित ने कंपनियों का पक्ष लिया और गैर कानूनी ढंग से श्री बरजिंदर सिंह को आदेश
पारित करने से रोका ।
7. मामला कोर्ट में गया । दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली सरकार और कंपनियों को लताड़ा । हाईकोर्ट ने DERC
को एक नया आदेश तैयार करने को कहा । दुर्भाग्यवश तब तक DERC के अध्यक्ष श्री बरजिंदर सिंह
रिटायर हो गए ।
8. DERC के नए अध्यक्ष श्री पी सुधाकर ने एक नया आदेश तैयार किया और साल 2011-2012 के लिए
बिजली के दाम 100 प्रतिशत तक बढ़ने की मंजूरी दे दी । यह आदेश इस साल जुलाई से लागु हो चूका है ।
क्या यह आश्चर्यजनक नहीं है की श्री बरजिंदर सिंह जी के हिसाब से दिल्ली में बिजली के दाम 23 प्रतिशत
कम होने चाहिए थे और श्री सुधाकर के हिसाब से बिजली के दाम 100 प्रतिशत बढा दिए गए ?
श्री सुधाकर जी ने ऐसा क्यों किया ???????????????????????????????
9. बिजली कंपनिया कैसे रिश्वत देती है ये भी सामने आ गया है । श्री वी के सूद 2004 तक DERC के
अध्यक्ष थे । और श्री सूद के रिटायर होने के तुरंत बाद रिलायंस कंपनी ने उन्हें उड़ीसा में अपनी दो
कंपनियों का CEO और एक कंपनी में डारेक्टर बना दिया । क्या यह सीधे-सीधे रिश्वतखोरी नहीं है ।
10. श्री बरजिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री को लिखा था की कानून बनाया जाये की चेयरमैन या मेम्बर रिटायर होने
बाद किसी प्राइवेट कंपनी में नोकरी न कर सके । परन्तु श्रीमती शीला दीक्षित ने ऐसा करने से साफ
मना कर दिया । श्री पी सुधाकर को भी बिजली कंपनी वाले रिटायरमेंट के बाद बढ़िया नोकरी दे देंगे ।
11. भाजपा ने श्री बरजिंदर सिंह के आदेश की कापी RTI के माध्यम से निकलवाकर बहुत पहले से रखी हुई
है । पर उन्होंने इस मामले में आजतक कुछ नहीं किया । भाजपा चुप क्यों है ? क्या वो भी बिजली
कंपनियों से मिली हुई है ?
12. दिल्ली के कुछ भागो में पानी सप्लाई विदेशी कंपनियों को दे दी गयी है धीरे धीरे पूरी दिल्ली की पानी
सप्लाई विदेशी कंपनियों को दे दी जाएगी । इन कंपनियों को फायदा पहुचने के लिए पानी के दाम भी
बिजली की तरह ही अनाप शनाप बढ़ा दिए गए है।
हमारी मांग है की बिजली के दाम बढ़ने के आदेश वापस लिए जाएँ और बिजली कंपनियों की CAG से आडिट जाँच कराइ जाये । इसी तरह पानी के दाम बढ़ने के भी आदेश वापस लिए जाएँ ।
दिल्ली के लोग अब इकट्ठे हो रहे है बिजली और पानी के बिल दने बंद कर रहे है। आपसे निवेदन है की आप भी बिजली और पानी के बिल दने बंद कर दे ।
आप पूंछेंगे की बिजली विभाग के लोग बिजली काटने आयें तो ? डरें नहीं । साडी दिल्ली के लोग संगठित हो रहे है । यदि आपकी बिजली काटने आते है तो आप = 09718500606 = पर तुरंत समपर्क करें, दिल्ली के कई लोग तुरंत आपका साथ देने के लिए आपके पास पहुँच जायेंगे । सब मिलकर आपकी बिजली दोबारा जोड़ेंगे ।
सुचना मिलने पर अरविन्द केजरीवाल एवं अन्य साथी भी जल्द से जल्द मौके पर पहुचने की कोशिश करेंगे
यदि आपके घर की बिजली कटती है या आप आन्दोलन से जुड़ना चाहते है तो निम्न फोन नम्बरों पर संपर्क करें।
सुरेंदर - 0921600451, श्याम सुन्दर - 09313629129, बन्दना कुमारी - 09310504236,
जयदेव सिंह - 09212216538, उज्जवल - 09868114014, अशोक के यादव- 09811353033.