रविवार, 5 अगस्त 2018

श्रीबगला ध्यानावली

      श्रीबगला ध्यानावली
पीत-पीत वसन प्रसार करैं देह-छवि,
अंग-अंग भूषन, सु-पीत झरि लावै है ।
मुख-कान्ति पीत-पीत, तीनों नेत्र पीत-पीत,
अंग-राग पीत-पीत शोभा सरसावै है ।।
निज भीत भक्तन को, हीत देति दौरि आय,
अपनी दया को, रुप प्रकट दिखावै है ।
बगला ! तिहार नाम जपत, स-भक्ति जौन,
भुक्ति पावै मुक्ति पावै, पीता बन जावै है ।।

पीले-पीले वसन हैं, भूषन हू पीले-पीले,
सुमुखी विचित्र रुप, आपनो दिखायो है ।
झपटि गही है जीभ, निज भक्त-शत्रु कर,
मारिबे को ताहि बेगि, मुद्गर उठायो है ।।
चकित कियो है ताहि, बार-बार त्रस्त करि,
बोलि न सकत वह, ऐस डरपायो है ।
बगला ! तिहारो देखि, अद्भुत स्वरुप यह,
साधक प्रसन्न मन, तोर यश गायो है ।।
कोऊ जपै ह्लीम ह्लीम, द्वि-भुज विलोकि रुप,
कोऊ जपै हरीं, ध्याय चार भुज-धारिणी ।
हलरीम कोऊ जपै, हिय लाय दिव्य रुप,
पावत प्रमोद भूरि, भक्ति अन-पायिनी ।।
बगला ! भवानी तोरि, विशद कहानी जग,
जानि-जानि रीझै तो पै, तू ही मन-भाविनी ।
भक्तन को खोजि-खोजि, उर लाय हरै पीर,
अम्बिका तिहारी दया, भुक्ति-मुक्ति-दायिनी ।।
    जय श्री पीताम्बरा माई की

शुक्रवार, 3 अगस्त 2018

नरेन्द्र मोदी मुर्खता कर रहे है sc/st पर सुप्रीम कोर्ट के फैसलों को पलट कर

एक मुर्खता राजीव गाँधी ने की थी सुप्रीम कोर्ट के शाहबानो पर फैसलों को संसद में कानून बना के पलट कर , इस मुर्खता ने कांग्रेस का जनाधार आधा कर दिया था ! एसी ही मुर्खता नरेन्द्र मोदी कर रहे है sc/st पर सुप्रीम कोर्ट के फैसलों को पलट कर ! देश में सामान्य वर्ग की आबादी है 26% , ओबीसी की आबादी है 43% , अगर इस काले कानून का दुरूपयोग हो गया , जिसकी पूरी सम्भावना है, तो ये (26+43= 69%) बीजेपी की कब्र खोद देंगे , ये एक जुट हुए तो बीजेपी मुक्त भारत भी बन सकता है !
सत्ता अपने साथ अहंकार ले कर आती है , येही अहंकार एसी बेवकूफी करवा देता है जिसमे व्यक्ति खुद को ख़तम कर लेता है ! इंदिरा गाँधी एसी इस्तिथि में थी , जहा उन्हें कोई नहीं हिला सकता था , पर आपातकाल की मुर्खता से उन्होंने खुद को ख़तम कर लिया ! राजीव गाँधी भी एसी ही जबजस्त इस्तिथि में थे , पर चंद मौलानाओ के प्रभाव में आके वो शाहबनो केस में सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ गए , उन्होंने ही बीजेपी को हिन्दू मुसलमान करके पुरे देश को ध्रुवीकरण करने का सुनेहरा मौका दिया , अगर ये नहीं किया होता तो बीजेपी २ सीट से 180 सीट पर कभी नहीं जाती !!

मोदी को ये सोचना चाहिए की बीजेपी के पक्का वोट बैंक ओबीसी , दलित, आदिवासी नहीं है , जितने दलित आदिवासी वोट ये ले पाए वो रामविलास पासवान , अठावले , उदित राज जैसो के कारन मिला !! दुसरे के वोट बैंक में सेध लगाना अच्छी बात है , पर खुद का वोट बैंक खो कर नहीं !
सामान्य वर्ग बीजेपी के साथ रहा है , obc भी पिछले चुनावो में बीजेपी के साथ रहा है ! अब अगर समाजवादी पार्टी , कुछ दलित लोगो को obc वालो को झूठे केस फ़साने के लिये पैसे देने लगे , अजित सिंह , जाटो को झूठे केस में फ़साने के पैसे देने लगे , मायावती मुसलमानों को फ़साने के पैसे देने लगे , कांग्रेस , सामान्य वर्ग को फ़साने के पैसे देने लगे , ये लोग इस sc/st कानून में जेल जाने लगे , तो फिर इन सब पार्टियों को अपना खोया हुआ वोट बैंक वापस मिल जाएगा , और नरेन्द्र मोदी निपट जायेंगे !!
अमित शाह और मोदी की सोच पुरे देश में एक क्षत्र राज करने की है , येही सोच इनको ख़तम कर सकती है, !! अभी इनकी किस्मत अच्छी है की विरोधी पार्टियों में मुर्ख लोगो का राज चल रहा है , वरना समझदार नेता बीजेपी की इस गलती पर आसानी से फायदा उठा लेते ! वैसे इस पर काम शुरू हो गया है , एमपी में OBC-General की अपनी पार्टी खड़ी होने वाली है , जो सीधा कांग्रेस को फायदा पहुचायेगी , जिसको पीछे से समर्थन कांग्रेस ही दे रही है ! कई और राज्यों में काम चालु है !

सोमवार, 23 जुलाई 2018

धनाभाव दूर करने हेतु श्री पीताम्बरा अष्टोत्तर शतनाम स्त्रोत्रम

श्रीविष्णु-यामले श्रीनारद-विष्णु-सम्वादे, श्रीबगलाऽष्टोत्तर-शत-नाम-स्त्रोत्रम  ।। 

विनियोग: ॐ अस्य श्री पीताम्बरा अष्टोत्तर शतनाम स्त्रोत्रस्य सदाशिव ऋषिः अनुष्टुप छन्दः श्री पीताम्बरी देवता श्री पीताम्बरी प्रीतये पाठे जपे विनियोगः | 


ॐ बगला विष्णु-वनिता, विष्णु-शंकर-भामिनी ।
बहुला वेद-माता च, महा-विष्णु-प्रसूरपि ।।1।।
महा-मत्स्या महा-कूर्मा, महा-वाराह-रूपिणी ।
नरसिंह-प्रिया रम्या, वामना वटु-रूपिणी ।।2।।
जामदग्न्य-स्वरूपा च, रामा राम-प्रपूजिता ।
कृष्णा कपर्दिनी कृत्या, कलहा कल-कारिणी ।।3।।
बुद्धि-रूपा बुद्ध-भार्या, बौद्ध-पाखण्ड-खण्डिनी ।
कल्कि-रूपा कलि-हरा, कलि-दुर्गति-नाशिनी ।।4।।
कोटि-सूर्य-प्रतिकाशा, कोटि-कन्दर्प-मोहिनी ।
केवला कठिना काली, कला कैवल्य-दायिनी ।।5।।
केशवी केशवाराध्या, किशोरी केशव-स्तुता ।
रूद्र-रूपा रूद्र-मूर्ति, रूद्राणी रूद्र-देवता ।।6।।
नक्षत्र-रूपा नक्षत्रा, नक्षत्रेश-प्रपूजिता ।
नक्षत्रेश-प्रिया नित्या, नक्षत्र-पति-वन्दिता ।।7।।
नागिनी नाग-जननि, नाग-राज-प्रवन्दिता ।
नागेश्वरी नाग-कन्या, नागरी च नगात्मजा ।।8।।
नगाधिराज-तनया, नग-राज-प्रपूजिता ।
नवीन नीरदा पीता, श्यामा सौन्दर्य-कारिणी ।।9।।
रक्ता नीला घना शुभ्रा, श्वेता सौभाग्य-दायिनी ।
सुन्दरी सौभगा सौम्या, स्वर्णभा स्वर्गति-प्रदा ।।10।।
रिपु-त्रास-करी रेखा, शत्रु-संहार-कारिणी ।
भामिनी च तथा माया, स्तम्भिनी मोहिनी शुभा।।12।।
राग-द्वेष-करी रात्रि, रौरव-ध्वसं-कारिणी ।
यक्षिणी सिद्ध-निवहा सिद्धेशा सिद्धि-रूपिणी ।।13।।
लंका-पति-ध्वसं-करी, लंकेश-रिपु-वन्दिता ।
लंका-नाथ – कुल-हरा, महा-रावण-हारिणी ।।14।।
देव-दानव-सिद्धौघ-पूजिता परमेश्वरी ।
पराणु-रूपा परमा, पर-तन्त्र-विनाशिनी ।।15।।
वरदा वरदाऽऽराध्या, वर-दान-परायणा ।
वर-देश-प्रिया वीरा, वीर-भूषण-भूषिता ।।16।।
वसुदा बहुदा वाणी, ब्रह्म-रूपा वरानना ।
बलदा पीत-वसना, पीत-भूषण-भूषिता ।।17।।
पीत-पुष्प-प्रिया पीत-हारा पीत-स्वरूपिणी ।
शुभं ते कथितं विप्र ! नाम्नामष्टोत्तरं शतम् ।।18।।
यः पठेद् पाठयेद् वापि, श्रृणुयाद् ना समाहितः ।
तस्य शत्रुः क्षयं सद्यो, याति वै नात्र संशयः ।।19।।
प्रभात-काले प्रयतो मनुष्यः, पठेत् सु-भक्त्या परिचिन्त्य पीताम् ।
द्रुतं भवेत् तस्य समस्त-वृद्धिर्विनाशमायाति च तस्य शत्रुः ।।20।।



धनाभाव दूर करने हेतु और भगवती की कृपा प्राप्त करने हेतु इस स्त्रोत्र के 1000 पाठ संकल्प लेकर करे और 10 पाठ का हवन करें |