शनिवार, 26 अक्तूबर 2013

सर्वदुःख निवारण यंत्र-मंत्र


32-sa-yantra
किसी शुभ रविवार के दिन भोजपत्र अथवा शुद्ध सादा कागज पर हल्दी के रस (घोल) की स्याही से अनार की कलम से इस यंत्र को तैयार कर पूजा-अर्चना करें। यंत्र के पीछे (दूसरी ओर) अपनी समस्या लिखें। यंत्र लिखित भोजपत्र को शुद्ध रुई में रखकर उसको बत्ती की तरह लपेट कर उसे जलायें। जब यंत्र की वह बत्ती जलने लगे तब उसे किसी चीज के सहारे टिका दें और निम्नलिखित मंत्र का हल्दी की माला (१०८ मनके) से ११ माला का जप करें यह प्रक्रिया लगातार सात रविवार तक करना लाभप्रद रहता है।
मन्त्रः- “ॐ ह्रीं हंसः”

2 comments:

R.N. ने कहा…

Sir batti kya ghee ke dipak mai jalana hai... Aur aapse Ek prasana tha ki Mai aur mere pita mehnat Karne ke baad bhi har saal Barbad ho jaate hai. Har saal business Doob jaata hai Karz Khatam nahi hota aur shatru bahut badd Gaye , court case se alag pareshaan hai. Sach aur immandaar hote hue bhi Humare Saath aisa Kyu hota hai. ..

Dr Daljit Bajwa ने कहा…

इस यन्त्र को पहले सिद्ध करना पड़ता है ऐसे कार्य नहीं करता
https://m.facebook.com/daljitastro

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