सोमवार, 9 मार्च 2015

बगलामुखी चतुरक्षर मन्त्र



बगलामुखी चतुरक्षर मन्त्र

●ॐ आं ह्लीं क्रों ●
(सांख्यायन तन्त्र)

❄विनियोगः-ॐ अस्य चतुरक्षर बगला मंत्रस्य ब्रह्मा ऋषिः, गायत्री छन्दः, बगलामुखी देवता, ह्लीं बीजं, आं शक्तिः क्रों कीलकं, सर्वार्थ सिद्धयर्थे जपे विनियोगः ।

❄ऋष्यादि-न्यास❄
ब्रह्मा ऋषये नमः शिरसि,
गायत्री छन्दसे नमः मुखे,
बगलामुखी देवतायै नमः हृदि,
ह्लीं बीजाय नमः गुह्ये,
आं शक्तये नमः पादयो,
क्रों कीलकाय नमः नाभौ,
सर्वार्थ सिद्धयर्थे जपे विनियोगाय नमः सर्वांगे ।

❄षडङ्ग-न्यास कर-न्यास
अंग-न्यास
ॐह्लां अंगुष्ठाभ्यां नमःहृदयाय नमः
ॐह्लीं तर्जनीभ्यां नमःशिरसे स्वाहा
ॐह्लूं मध्यमाभ्यां नमःशिखायै वषट्
ॐह्लैं अनामिकाभ्यां नमःकवचाय हुं
ॐह्लौं कनिष्ठिकाभ्यां नमःनेत्र-त्रयाय वौषट्
ॐह्लःकरतल-कर-पृष्ठाभ्यां नमःअस्त्राय फट्

❄ध्यान❄
हाथ में पीले फूल, पीले अक्षत और जल लेकर ‘ध्यान’ करे -
●कुटिलालक-संयुक्तां मदाघूर्णित-लोचनां,
मदिरामोद-वदनां प्रवाल-सदृशाधराम् ।
सुवर्ण-कलश-प्रख्य-कठिन-स्तन-मण्डलां,
आवर्त्त-विलसन्नाभिं सूक्ष्म-मध्यम-संयुताम् ।
रम्भोरु-पाद-पद्मां तां पीत-वस्त्र-समावृताम् ।।

इस मंत्र के जप से माई की कृपा प्राप्त होती है, और सारे मनोरथ पूर्ण होते है।

शुक्रवार, 20 फ़रवरी 2015

ऋण मुक्ति भैरव साधना

ऋण मुक्ति भैरव साधना-


हर व्यक्ति के जीवन में ऋण एक अभिशाप है !एक वार  
व्यक्ति इस में 

फस गया तो धस्ता चला जाता है ! सूत की चिंता धीरे धीरे मष्तश पे

हावी होती चली जाती है जिस का असर स्वस्थ पे  होना भी स्वाभिक है ! 

प्रत्येक व्क्यती पे छ किस्म  का ऋण होता है जिस में पित्र ऋण मार्त ऋण

भूमि ऋण गुरु ऋण और भ्राता ऋण और ऋण जिसे ग्रह


ऋण भी कहते है !संसारी ऋण (कर्ज )व्यक्ति की कमर


तोड़ देता है मगर हजार परयत्न के बाद


भी व्यक्ति छुटकारा नहीं पाता तो मेयूस हो के


ख़ुदकुशी तक सोच लेता है !मैं जहां एक बहुत ही सरल


अनुभूत साधना प्रयोग दे रहा हु आप निहचिंत हो कर


करे बहुत जल्द आप इस अभिशाप से मुक्ति पा लेंगे !


विधि – शुभ दिन जिस दिन रवि पुष्य योग


हो जा रवि वार हस्त नक्षत्र हो शूकल पक्ष हो तो इस


साधना को शुरू करे


वस्त्र --- लाल रंग की धोती पहन सकते है !



माला – काले हकीक की ले !


दिशा –दक्षिण !


सामग्री – भैरव यन्त्र जा चित्र और हकीक


माला काले रंग की !


मंत्र संख्या – 12 माला 21 दिन करना है !


पहले गुरु पूजन कर आज्ञा ले और फिर श्री गणेश


जी का पंचौपचार पूजन करे तद पहश्चांत संकल्प ले !


अपने जीवन में स्मस्थ ऋण मुक्ति के लिए यह साध
ना कर

रहा हु हे भैरव देव मुझे ऋण मुक्ति दे !जमीन पे थोरा रेत

विशा के उस उपर कुक्म से तिकोण बनाए उस में एक पलेट


में स्वास्तिक लिख कर उस पे लाल रंग का फूल रखे उस पे


भैरव यन्त्र की स्थापना करे उस यन्त्र का जा चित्र


का पंचौपचार से पूजन करे तेल का दिया लगाए और


भोग के लिए गुड रखे जा लड्डू भी रख सकते है ! मन


को स्थिर रखते हुये मन ही मन ऋण मुक्ति के लिए


पार्थना करे और जप शुरू करे 12 माला जप रोज करे इस


प्रकार 21 दिन करे साधना के बाद


स्मगरी माला यन्त्र और जो पूजन किया है वोह समान


जल प्रवाह कर दे साधना के दोरान रवि वार जा मंगल


वार को छोटे बच्चो को मीठा भोजन आदि जरूर


कराये ! शीघ्र ही कर्ज से मुक्ति मिलेगी और कारोबार


में प्रगति भी होगी !


मंत्र—ॐ ऐं क्लीम ह्रीं भम भैरवाये मम ऋणविमोचनाये


महां महा धन प्रदाय क्लीम स्वाहा !!


कुछ अति लाभकारी उपाय

यदि आप का कोई कार्य नहीं बन रहा हो तो शुक्ल पक्ष के आज पहले

शुक्रवार को नयी झाडू खरीद कर मंदिर में 2 शुक्रवार को मंदिर में दान

कर दे।और अपनी समस्या को मंदिर में बोल कर चले आये।आप की

समस्या हल होगी।झाड़ू को घर में छिपा कर रखे और झाड़ू को कही

 पटकना नहीं चाहिए।


पानी द्वारा कष्ट निवारण:--

रात को सोते समय अपने पलंग के नीचे एक बर्तन में थोड़ा सा पानी रख 


लें, सुबह वह पानी घर के बाहर डाल दें इससे रोग, वाद-विवाद, बेइज्जती,

 मिथ्या लांछन आदि से सदैव बचाव होता रहेगा । जाे लाेग पलंग पर 

शयन न करते हाे वे जल काे अपने सिरहाने जमीन पर रख सकते है

   पानी घर के बाहर मेन गेटपर डालना चाहिये।



नाैकरी मे आ रही परेशानी काे दूर करे:--

आप रविवार काे गाैमाता काे गेहूं व गुङ खिलाये। एेसा आप हर रविवार


 करे ताे ठीक नही ताे ४ रविवार अवश्य करे इस उपाय काे करने से नाैकरी

 मे आपकी किसी भी प्रकार का संकट नही आयेगा।

******** जय श्री राम *******************


मानसिक कष्ट दूर करें:--

यदि आपकाे किसी काम काे करने मे घबराहट हाेती है सिर दर्द हाेता है

 बैचेनी लगती है किसी भी प्रकार का मानसिक कष्ट रहता है आैर ङिप्रेशन

 का किसी हद तक शिकार हाे रहे है ताे करे ये आसान उपाय:-

आप राेज स्नान के जल मे कुछ कच्चा दूध व केसर काे मिलाकर स्नान 

के जल मे मिलाकर स्नान करे कुछ ही दिनाे मे आपकाे लाभ दृष्टिगाेचर

 हाेगा।इस प्रयाेग काे कम से कम 15 दिन अवश्य करें। आैर आप 

नियमीत करें ताे काेई हानी नही है।

******** जय श्री राम*******************




विवाह बाधा दूर करें:--

शुक्ल पक्ष के साेमवार के दिन अविवाहित कन्या एक रूद्राक्ष आैर पांच


 बिल्व पत्र लेकर भगवान शिव के मंदिर जाएे आैर बिल्व पत्र के साथ 

रूद्राक्ष शिवजी काे चढाकर कर अपने विवाह की अङचनाे काे दूर करने का

 भगवान शिव से निवेदन करे ताे उसकी विवाह की अङचने भगवान शिव

 की कृपा से दूर हाेती है।

नाेट:- यह प्रयाेग कन्या २ या ३ साेमवार करे ताे शीघ्र लाभ हाेगा।



******** जय श्री राम*********************



गृह निर्माण व क्रय की समस्या निवारण प्रयाेग:--

* राेज सुबह स्नान कर गणेशजी काे एक लाल फूल चढाऐ २१ दिन तक


 मंदिर या घर पर गणेश जी काे आैर समस्या निवारण हेतु गणेश जी से

 प्राथना करें।

* 5 मंगलवार गणेश मंदिर मे गणेशजी काे गेहूं गुङ चढाएे।


* किसी भी मंदिर मे एक नीम की लकङी का घर निर्मित करवाकर दान


 करें।
 
* मंगलवार गाैमाता काे मसुर की दाल व गुङ अवश्य खिलाऐ।



***** जय श्री राम*******************



कार्य सफलता:--

घर से बाहर किसी महत्वपूर्ण कार्य में जाते समय मुख्य द्वार पर काली


मिर्च डालकर उस पर अपना दाहिना पैर रखकर घर से बाहर निकले

कार्यों में सफलता मिलेगी ।
 
******* जय श्री राम*********