शुक्रवार, 19 जून 2015

त्रिपुर सुंदरी उपासना

त्रिपुर सुंदरी की उपासना लक्ष्‍मी रूप में होती है, ब्रह्मा, विष्णु, महेश की शक्तियां उनमें समाहित हैं। भगवती 
त्रिपुरसुंदरी दस महाविद्याओं में दसवें स्थान पर हैं। इन्हें षोडशी,ललिता और राजराजेश्वरी नाम से भी वर्णित 
किया गया है। षोडशी इसलिए कही जाती हैं क्योंकि ये 16 साल की युवती का प्रतिनिधित्व करती हैं। शाक्त 
तांत्रिकों के मध्य ये सबसे प्राचीन पूजित देवी हैं। इन्हें तीनों लोकों में सबसे सुंदर और आकर्षक माना गया है। 
इसका एक अर्थ यह भी है कि ये स्थूल,सूक्ष्म और परालोक की अद्भुत प्रभाव वाली देवी हैं जो हर तरह की सुख-
संपदा देने में सक्षम हैं।

त्रिपुर सुंदरी मंत्र: ऐं  ह्रीं  श्रीं त्रिपुर सुंदरीयै नम:

व्यक्तित्व विकास, स्वस्थ्य और सुन्दर काया के लिए त्रिपुर सुंदरी देवी की साधना करें। रुद्राक्ष की माला का 
प्रयोग करें। दस माला मंत्र २१ दिन तक लगातार जप अवश्य करें।
चमत्कार आपके सामने होगा

सास और बहू का सौम्य संबंध

सबसे महत्वपूर्ण संबंध होता है जब एक घर की लड़की दूसरे अपरिचित परिवार में बहू बन कर जाती है। 
ससुराल पक्ष में सबसे अहम संबंध बनता है सास और बहू का। यदि बहू का साथ सौम्य संबंध संबंधों में 
मधुरता और सास का बहू संग पुत्रीवत व्यवहार बन जाए तो परिवार में जहां एकता और सुदृढ़ता होगी वहीं 
सुख-शांति, समृद्धि भी होगी। इसके प्रतिकूल होने पर गृह-क्लेश, विघटन, पति-पत्नी में वैमनस्य एवं कई बार 
विच्छेद तक की नौबत जैसे परिणाम सामने आते हैं। जो दोनों परिवारों के लिए असहनीय हो जाते हैं। ऐसी 
प्रतिकूल परिस्थितियों में ज्योतिष विज्ञान की सहायता से काफी सीमा तक इन समस्याओं से निपटा जा 
सकता है।
नित्य घर में 

‘कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने।
प्रणत् क्लेश नाशाय गोविंदाय नमो नम:’।।
इस मंत्र की 11 माला सास और बहू करें।
यह अति प्रभावशाली उपाय है 

मुकदमे में जीत व केद से रिहाई

मुकदमे में जीत व केद से रिहाई
मंगलवार के दिन से शुरू करके हर रोज़ शाम को चार- पांच बजे के करीब गेंहू क़ी रोटी के चूरे मे खालिस देशी 
घी और चीनी मिलाकर कोओं को खिलायेl ऐसा तब तक करते रहे जब तक कि मुकदमा समाप्त न हो जायेl 
तारीक वाले दिन उन्ही कोओं मैं से किसी कि पीठ से हासिल किये हुए एक लंबे पंख को अपनी दांयी तरफ कि 
जेब मे डालकार अदालत मे हासिल हों l उस पंख के असर से अदालत का ध्यान आपकी बातों की तरफ हो 
जायेगा और मुकदमे का फेसला आपके हक़ मे हो जाएगा l जब मुकदमे मे जीत हो जाये तो देसी घी और 
चीनी मिली हुई गेहू की रोटी की चुरी कम से कम एक हफ्ता तक आगे भी कोओं को अवश्य खिलाते रहे l