शनिवार, 1 नवंबर 2014

धरण ठिकाने आने का एवं बाँह में तेज दर्द को हरने का मंत्र

बहुत से लोग जो नाभि डिगने (खिसकने) या धारण टलने  की समस्या सा परेशान रहते है वह निम्न लिखित मंत्र का प्रयोग करे । इस मंत्र से धरण  ठिकाने आ जाती है और अगर बाँह में तेज दर्द हो तो  उसमे भी लाभ होता है 

मंत्र :- सुमेरु पर्वत सुमेरु पर्वत पर लोना चमारी लोना चमारी की सोने की राँपी सोने की सुतारी हूक चक बाँह बिलारी धरणी नाली काटि कूटि समुद्र खारी बहाओ लोना चमारी की दुहाई फुरो मंत्र ईश्वरोवाचा । 

विधि :- किसी शुभ मुहूर्त में 108 बार जपने से मंत्र सिद्ध हो जाता है । सिद्ध होने के बाद मंत्र से अभिमंत्रित विभूति नाभि पर लगाने से धारण ठिकाने आ जाती है । इसी प्रकार अभिमंत्रित विभूति को बाँह पर लगाने से बाँह की तीव्र पीड़ा भी समाप्त हो जाती है । 

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