मंत्र सिद्ध है....
शाबर महाकाली साधना.
मंत्र सिद्ध है फिर भी मन मे येसा कुछ ना आये के मुज़े अनुभव कैसे
मिलेगा ईसलिये किसी भी मंगलवार के दिन शाम को 6:30 से 7:30 के
समय मे मंत्र का 108 बार जाप कर लिजिये और 21 आहुती घी का दे
साथ मे एक नींबू मंत्र का जाप करके चाकू से काटे तो बलि विधान भी
पूर्ण हो जायेगा,नींबू को हवन कुंड मे डालना ना भूले.
अब जब भी आपको अपनी मनोकामना पूर्ण करने हेतु विधान करना हो
तब जमीन पर थोडासा कुछ बुंद जल डाले और हाथ से जमीन को पौछ
लिजिये.
साफ़ जमीन पर कपूर कि टिकिया रखे और मन ही मन अपनी कामना
बोलिये.अब तीन बार
"ओम नम: शिवाय"
बोलकर कपूर जलाये और माहाकाली मंत्र का जाप करे,यहा पर मंत्र जाप
संख्या का गिनती नही करना है और जाप करते समय ध्यान कपूर के
ज्योत मे होना चाहिये इसलिये मंत्र भी पहिले ही याद करना जरुरी है.
कम से कम 3-4 टिकिया कपूर का इस्तेमाल करे और कपूर इस क्रिया मे
बुज़ना नही चाहिये जब तक आपका जाप पूर्ण ना हो और इतने समय
तक जाप करे अन्दाज से के आपका 21 बार मंत्र जाप होना चाहिये.अब
आपही सोचिये आपको रोज कितना कपूर जलाना है.
साधना तब तक करना है जब तक आपका इच्छा पूर्ण ना हो और इच्छा
पूर्ण होने के बाद कुछ गरिब बच्चो मे कुछ मिठा बाटे क्युके इच्छा पूर्ण
होने के खुशी मे..
मंत्र-
ll ओम नमो आदेश माता-पिता-गुरू को l आदेश कालिका माता को,धरती
माता-आकाश पिता को l ज्योत पर ज्योत चढाऊ ज्योत कालिका माता
को,मन की इच्छा पुरन कर,सिद्धी कारका l दुहाई माहादेव कि ll
मंत्र सिद्ध है शाबर महाकाली साधना. मंत्र सिद्ध है फिर भी मन मे येसा
कुछ ना आये के मुज़े अनुभव कैसे मिलेगा ईसलिये किसी भी मंगलवार
के दिन शाम को 6:30 से 7:30 के समय मे मंत्र का 108 बार जाप कर
लिजिये और 21 आहुती घी का दे
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