शुक्रवार, 20 फ़रवरी 2015

कुछ अति लाभकारी उपाय

यदि आप का कोई कार्य नहीं बन रहा हो तो शुक्ल पक्ष के आज पहले

शुक्रवार को नयी झाडू खरीद कर मंदिर में 2 शुक्रवार को मंदिर में दान

कर दे।और अपनी समस्या को मंदिर में बोल कर चले आये।आप की

समस्या हल होगी।झाड़ू को घर में छिपा कर रखे और झाड़ू को कही

 पटकना नहीं चाहिए।


पानी द्वारा कष्ट निवारण:--

रात को सोते समय अपने पलंग के नीचे एक बर्तन में थोड़ा सा पानी रख 


लें, सुबह वह पानी घर के बाहर डाल दें इससे रोग, वाद-विवाद, बेइज्जती,

 मिथ्या लांछन आदि से सदैव बचाव होता रहेगा । जाे लाेग पलंग पर 

शयन न करते हाे वे जल काे अपने सिरहाने जमीन पर रख सकते है

   पानी घर के बाहर मेन गेटपर डालना चाहिये।



नाैकरी मे आ रही परेशानी काे दूर करे:--

आप रविवार काे गाैमाता काे गेहूं व गुङ खिलाये। एेसा आप हर रविवार


 करे ताे ठीक नही ताे ४ रविवार अवश्य करे इस उपाय काे करने से नाैकरी

 मे आपकी किसी भी प्रकार का संकट नही आयेगा।

******** जय श्री राम *******************


मानसिक कष्ट दूर करें:--

यदि आपकाे किसी काम काे करने मे घबराहट हाेती है सिर दर्द हाेता है

 बैचेनी लगती है किसी भी प्रकार का मानसिक कष्ट रहता है आैर ङिप्रेशन

 का किसी हद तक शिकार हाे रहे है ताे करे ये आसान उपाय:-

आप राेज स्नान के जल मे कुछ कच्चा दूध व केसर काे मिलाकर स्नान 

के जल मे मिलाकर स्नान करे कुछ ही दिनाे मे आपकाे लाभ दृष्टिगाेचर

 हाेगा।इस प्रयाेग काे कम से कम 15 दिन अवश्य करें। आैर आप 

नियमीत करें ताे काेई हानी नही है।

******** जय श्री राम*******************




विवाह बाधा दूर करें:--

शुक्ल पक्ष के साेमवार के दिन अविवाहित कन्या एक रूद्राक्ष आैर पांच


 बिल्व पत्र लेकर भगवान शिव के मंदिर जाएे आैर बिल्व पत्र के साथ 

रूद्राक्ष शिवजी काे चढाकर कर अपने विवाह की अङचनाे काे दूर करने का

 भगवान शिव से निवेदन करे ताे उसकी विवाह की अङचने भगवान शिव

 की कृपा से दूर हाेती है।

नाेट:- यह प्रयाेग कन्या २ या ३ साेमवार करे ताे शीघ्र लाभ हाेगा।



******** जय श्री राम*********************



गृह निर्माण व क्रय की समस्या निवारण प्रयाेग:--

* राेज सुबह स्नान कर गणेशजी काे एक लाल फूल चढाऐ २१ दिन तक


 मंदिर या घर पर गणेश जी काे आैर समस्या निवारण हेतु गणेश जी से

 प्राथना करें।

* 5 मंगलवार गणेश मंदिर मे गणेशजी काे गेहूं गुङ चढाएे।


* किसी भी मंदिर मे एक नीम की लकङी का घर निर्मित करवाकर दान


 करें।
 
* मंगलवार गाैमाता काे मसुर की दाल व गुङ अवश्य खिलाऐ।



***** जय श्री राम*******************



कार्य सफलता:--

घर से बाहर किसी महत्वपूर्ण कार्य में जाते समय मुख्य द्वार पर काली


मिर्च डालकर उस पर अपना दाहिना पैर रखकर घर से बाहर निकले

कार्यों में सफलता मिलेगी ।
 
******* जय श्री राम*********







रूद्राक्ष के २१ प्रकार

रूद्राक्ष के २१ प्रकार

======================================

1. एक मुखी रुद्राक्ष को साक्षात शिव का रूप माना जाता है। इस एकमुखी 

रुद्राक्ष द्वारा सुख-शांति और मोक्ष की प्राप्ति होती है. तथा भगवान

आदित्य का आशिर्वाद भी प्राप्त होता है।


2. दो मुखी रुद्राक्ष या द्विमुखी रुद्राक्ष शिव और शक्ति का स्वरुप माना


 जाता है। इसमें अर्धनारीश्व का स्वरूप समाहित है तथा चंद्रमा की

 शीतलता प्राप्त होती है।


3. तीन मुखी रुद्राक्ष को अग्नि देव तथा त्रिदेवों का स्वरुप माना गया है। 


तीन मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है तथा पापों 

का शमन होता है।


4. चार मुखी रुद्राक्ष ब्रह्म स्वरुप होता है। इसे धारण करने से नर हत्या


 जैसा जघन्य पाप समाप्त होता है। चतुर्मुखी रुद्राक्ष धर्म, अर्थ काम एवं 

मोक्ष को प्रदान करता है।


5. पांच मुखी रुद्राक्ष कालाग्नि रुद्र का स्वरूप माना जाता है। यह पंच 


ब्रह्म एवं पंच तत्वों का प्रतीक भी है। पंचमुखी को धारण करने से 

अभक्ष्याभक्ष्य एवं स्त्रीगमन जैसे पापों से मुक्ति मिलती है. तथा सुखों को

 प्राप्ति होती है।


6. छह मुखी रुद्राक्ष को साक्षात कार्तिकेय का स्वरूप माना गया है। इसे

 शत्रुंजय रुद्राक्ष भी कहा जाता है यह ब्रह्म हत्या जैसे पापों से मुक्ति तथा

 एवं संतान देने वाला होता है।


7. सात मुखी रुद्राक्ष या सप्तमुखी रुद्राक्ष दरिद्रता को दूर करने वाला होता


 है। इस सप्तमुखी रुद्राक्ष को धारण करने से महालक्ष्मी की कृपा प्राप्त 

होती है।


8. आठ मुखी रुद्राक्ष को भगवान गणेश जी का स्वरूप माना जाता है।


 अष्टमुखी रुद्राक्ष राहु के अशुभ प्रभावों से मुक्ति दिलाता है तथा पापों का

 क्षय करके मोक्ष देता है।


9. नौ मुखी रुद्राक्ष को भैरव का स्वरूप माना जाता है। इसे बाईं भुजा में


 धारण करने से गर्भहत्या जेसे पाप से मुक्ति मिलती है। नौमुखी रुद्राक्ष

 को यम का रूप भी कहते हैं। यह केतु के अशुभ प्रभावों को दूर करता है।


10. दस मुखी रुद्राक्ष को भगवान विष्णु का स्वरूप कहा जाता है। दस 


मुखी रुद्राक्ष शांति एवं सौंदर्य प्रदान करने वाला होता है। इसे धारण करने

 से समस्त भय समाप्त हो जाते हैं।


11. एकादश मुखी रुद्राक्ष साक्षात भगवान शिव का रूप माना जाता है। 


एकादश मुखी रुद्राक्ष को भगवान हनुमान जी का प्रतीक माना गया है। 

इसे धारण करने से ज्ञान एवं भक्ति की प्राप्ति होती है।


12. द्वादश मुख वाला रुद्राक्ष बारह आदित्यों का आशीर्वाद प्रदान करता


 है। इस बारह मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से अश्वमेघ यज्ञ के समान यह

 फल प्रदान करता है।


13. तेरह मुखी रुद्राक्ष को इंद्र देव का प्रतीक माना गया है। इसे धारण 


करने पर व्यक्ति को समस्त सुखों की प्राप्ति होती है।


14. चौदह मुखी रुद्राक्ष भगवान हनुमान का स्वरूप है। इसे सिर पर 


धारण करने से व्यक्ति परमपद को पाता है।


15. पंद्रह मुखी रुद्राक्ष पशुपतिनाथ का स्वरूप माना गया है। यह संपूर्ण 


पापों को नष्ट करने वाला होता है।


16. सोलह मुखी रुद्राक्ष विष्णु तथा शिव का स्वरूप माना गया है। यह 


रोगों से मुक्ति एवं भय को समाप्त करता है।


17. सत्रह मुखी रुद्राक्ष राम-सीता का स्वरूप माना गया है। यह रुद्राक्ष


 विश्वकर्माजी का प्रतीक भी है। इसे धारण करने से व्यक्ति को भूमि का

 सुख एवं कुंडलिनी शक्ति को जागृत करने का मार्ग प्राप्त होता है।


18. अठारह मुखी रुद्राक्ष को भैरव एवं माता पृथ्वी का स्वरूप माना गया


 है। इसे धारण करने से अकाल मृत्यु का भय समाप्त हो जाता है|


19. उन्नीस मुखी रुद्राक्ष नारायण भगवान का स्वरूप माना गया है यह


 सुख एवं समृद्धि दायक होता है।


20. बीस मुखी रुद्राक्ष को जनार्दन स्वरूप माना गया है। इस बीस मुखी


 रुद्राक्ष को धारण करने से व्यक्ति को भूत-प्रेत आदि का भय नहीं

सताता।


21. इक्कीस मुखी रुद्राक्ष रुद्र स्वरूप है तथा इसमें सभी देवताओं का वास

 है। इसे धारण करने से व्यक्ति ब्रह्महत्या जैसे पापों से मुक्त हो जाता

 है।

..
....................................................................हर-हर महादेव



मंगलवार, 17 फ़रवरी 2015

प्रक्टिकल ज्ञान

सर्वप्रथम तो वो निराकार एक मात्र परमात्मा ही था । उसमे इच्छा (रूपी प्रकृति प्रकट) हुई की मैं अनेक हो जाऊ और वो दो में विभक्त हुआ तथा उन दो से आगे के संसार के विस्तार हुआ । उस एक परमात्मा में इच्छा होते ही मन प्रकट हो गया । मन ही प्रकृति का रूप है वह परमात्मा तो निर्विकल्प था और आज भी है । वहां कोई भी संकल्प -विकल्प है ही नहीं । पूर्व में सृष्टि संकल्प मयि थी अर्थात संकल्प से ही सन्तानोपत्ति हो जाया करती थी बहुत बाद में सृष्टि मैथुन मयि हुई अर्थात सन्तानोपत्ति मैथुन से होने लगी । 

यह सब आप प्रक्टिकल ज्ञान के द्वारा जान सकते है 

शुक्रवार, 6 फ़रवरी 2015

कार्य सिध्दी का आसान उपाय

कार्य सिध्दी का आसान उपाय:-------


राेज सुबह स्नान कर आप चाय नाशते से पूर्व सूर्य देवता काे एक लाल 

फूल कुंकू लगाकर पूर्व दिशा की आेर मुंह कर आप अर्पण करे आैर 

मंत्र(श्री ह्रीं सूर्याय नम: ) मंत्र का १२ बार जाप करे ऐसा 

करने से २१ दिन में कार्य सिध्दि हाेती है।

शनिवार, 31 जनवरी 2015

पुत्र प्राप्ति के उपाय

जो महिला पुत्र पाने की इच्छा रखती हो वह गर्भ के पाहिले महीने से शतावर के चूर्ण को दूध के साथ पिए । नागकेसर के चूर्ण को घी के साथ पकाकर खाया जाये तो पुत्रकारक होता है  । पलाश के बीज को भी पीसकर पीने से पुत्र की प्राप्ति होती है । गर्भ के समय प्रथम महीने से बछड़े वाली गाय के दूध में शिवलिंगी के बीज एक माह तक खाने से पुत्र रत्न की प्राप्ति होती है । मंत्राभिमन्त्रित शिवलिंगी के बीज पाने के लिए आप मुझसे संपर्क कर सकते है

शनिवार, 24 जनवरी 2015

मंत्र चमत्कार

१). इस मंत्र के स्मरण मात्र से डर भाग जाता है, और अकस्मात् आयी 

बाधाओ का निवारण होता है. जब भी किसी प्रकार के कोई पशुजन्य या 

दूसरे तरह से प्राणहानि आशंका हो तब इस मंत्र का ७ बार जाप करना 

चाहिए. इस प्रयोग के लिए मात्र मंत्र याद होना ज़रुरी है. मंत्र कंठस्थ 

करने के बाद केवल ७ बार शुद्ध जाप करें व चमत्कार देंखे!

(२). अगर इस मंत्र का एक हज़ार बार बिना रुके लगातार जाप कर लिया 

जाए तो व्यक्ति की स्मरण शक्ति विश्व के उच्चतम स्तर तक हो जाती 

है तथा वह व्यक्ति परम मेधावी बन जाता है!

(३). अगर इस मंत्र का बिना रुके लगातार १०,००० बार जप कर लिया 

जाए तो उसे त्रिकाल दृष्टि (भूत, वर्त्तमान, भविष्य का ज्ञान) की प्राप्ति 

हो जाती है!

(४). अगर इस मंत्र का बिना रुके लगातार एक लाख बार, रुद्राक्ष की 

माला के साथ, लाल वस्त्र धारण करके तथा लाल आसान पर बैठकर, 

उत्तर दिशा की और मुख करके शुद्ध जाप कर लिया जाये, तो उस 

व्यक्ति को "खेचरत्व" एवं "भूचरत्व" की प्राप्ति हो जायेगी!

मंत्र इस प्रकार है -


ॐ हं ठ ठ ठ सैं चां ठं ठ ठ ठ ह्र: ह्रौं ह्रौं ह्रैं क्षैं क्षों क्षैं क्षं ह्रौं ह्रौं क्षैं ह्रीं स्मां 

ध्मां स्त्रीं सर्वेश्वरी हुं फट् स्वाहा

(Om Ham th th th seim chaam tham th th th hrah hraum 

hraum hreim ksheim kshom ksheim ksham hraum hraum 

ksheim hreeng smaam dhmaam streem sarveshwari hum 

phat swaahaa)

गोर्की माया

गोर्की माया:-----

बांधूं इंद्र को, बांधूं तार।
बांधूं बांधूं लोहे का आरा।
उठे इंद्र न बोले बाबा।
सुख साख धूनी हो जाय।
तन ऊपर फेंकी , कड़े होय सूत।
में तो बंधन बांध्यो, सांस सुसुर जाया पूत।
मन बांधूं, मंत्र बांधूं विद्या के साथ।
चार खूंट फिर आये फलानि फलाने के साथ।

Note: स्त्री को मोहित करना है तो फलानि फलाने के साथ नहीं तो पुरुष 

के लिए फलाना फलानि के साथ  |

विधि : यदि कामिनी को मोहित करना हो तो शनिवार को उसके बांये पैर 

के नीचे कि मिटटी और पुरुष को आकर्षित करना हो तो दायें पैर के नीचे 

कि मिटटी ले आओ। उस मिटटी से एक मिलती जुलती प्रतिमा बना लो। 

अब आधी रात को नगन अवस्था एवं स्थूल सरीर होकर ऊपर दिया गए 

मंत्र से पूजन और धुप दीप करो। एक घंटे तक मंत्र जप करके फिर एक 

कच्चे सूत से मंत्र जप करते हुए उस पुतली को बांध दें, और उसको छुपा 

कर रख दें। और अब चमत्कार देखें।

बुधवार, 21 जनवरी 2015

मोबाइल से जुडी कई ज्ञान वर्धक जानकारी

मोबाइल से जुडी कई ऐसी बातें जिनके बारे में हमें जानकारी नहीं होती 

लेकिन मुसीबत के वक्त यह मददगार साबित होती है ।
.
इमरजेंसी नंबर ---


दुनिया भर में मोबाइल का इमरजेंसी नंबर 112 है ।

अगर आप मोबाइल की कवरेज एरिया से बाहर हैं तो 112 नंबर द्वारा 

आप उस क्षेत्र के नेटवर्क को सर्च कर लें। ख़ास बात यह है कि यह नंबर 

तब भी काम करता है जब आपका की पैड लॉक हो।

दोस्तों अभी बहुत कुछ बाकी है---

मोबाइल जब बैटरी लो दिखाए और उस दौरान जरूरी कॉल करनी हो, ऐसे 

में आप *3370# डायल करें । आपका मोबाइल फिर से चालू हो जायेगा 

और आपका सेलफोन बैटरी में 50 प्रतिशत का इजाफा दिखायेगा। 

मोबाइल का यह रिजर्व दोबारा चार्ज हो जायेगा जब आप अगली बार 

मोबाइल को हमेशा की तरह चार्ज करेंगे।
.
मोबाइल चोरी होने पर---

मोबाइल फोन चोरी होने की स्थिति में सबसे पहले जरूरत होती है, फोन 

को निष्क्रिय करने की ताकि चोर उसका दुरुपयोग न कर सके । अपने 

फोन के सीरियल नंबर (IMEI) को चेक करने के लिए *#06# दबाएँ । 

इसे दबाते ही आपकी स्क्रीन पर 15 डिजिट का कोड नंबर आयेगा। इसे 

नोट कर लें और किसी सुरक्षित स्थान पर रखें। जब आपका फोन खो 

जाए उस दौरान अपने सर्विस प्रोवाइडर को ये कोड देंगे तो वह आपके 

हैण्ड सेट को ब्लोक कर देगा।

‪#‎Mobile‬

कार की चाभी खोने पर ---

अगर आपकी कार की रिमोट की लेस इंट्री है। और गलती से आपकी 

चाभी कार में बंद रह गयी है। और दूसरी चाभी घर पर है। तो आपका 

मोबाइल काम आ सकता है। घर में किसी व्यक्ति के मोबाइल फोन पर 

कॉल करें। घर में बैठे व्यक्ति से कहें कि वह अपने मोबाइल को होल्ड 

रखकर कार की चाभी के पास ले जाएँ और चाभी के अनलॉक बटन को 

दबाये। साथ ही आप अपने मोबाइल फोन को कार के दरवाजे के पास 

रखें....। दरवाजा खुल जायेगा।

है न विचित्र किन्तु सत्य......!!!

अधिक से अधिक शेयर करें।

एंड्राइड मोबाइल यूजर के काम के कोड

1. Phone Information, Usage and Battery – *#*#4636#*#*

2. IMEI Number – *#06#

3. Enter Service Menu On Newer Phones – *#0*#

4. Detailed Camera Information –*#*#34971539#*#*

5. Backup All Media Files –*#*#273282*255*663282*#*#*

6. Wireless LAN Test –*#*#232339#*#*

7. Enable Test Mode for Service –*#*#197328640#*#*

8. Back-light Test – *#*#0842#*#*

9. Test the Touchscreen –*#*#2664#*#*

10. Vibration Test –*#*#0842#*#*

11. FTA Software Version –*#*#1111#*#*

12. Complete Software and Hardware Info –*#12580*369#

13. Diagnostic Configuration –*#9090#

14. USB Logging Control –*#872564#

15. System Dump Mode –*#9900#

16. HSDPA/HSUPA Control Menu –*#301279#

17. View Phone Lock Status –*#7465625#

18. Reset the Data Partition to Factory State – *#*#7780#*#*

बड़े काम की बातें और कोड है इसलिए शेयर करे और दुसरो को भी बताये !

मंगलवार, 20 जनवरी 2015

मसान दोष /सुखा रोग निवारण शाबर मंत्र

मसान दोष निवारण शाबर मंत्र
सपेदा मसान, गुरु गोरख की आन।
मयदण्ड मसान, काल भैरों की आन।
सुकिया मसान, लोना चमारी की आन।
फुलिया मसान, गौरे भैरों की आन। 
हलदिया मसान, ककोड़ा भैरों की आन।
पीलिया मसान, दिल्ली की योगिनी की आन।
कमेदिया मसान, कालिका की आन।
कीकड़िया मसान, रामचन्द्र की आन।
सिलसिलिया मसान, वीर मोहम्मदा पीर की आन।

यह दोष बच्चों को अक्सर हो जाता है।छोटे छोटे बच्चो को मसान का रोग लग जाता है । इस रोग में बच्चा दिनों दिन सूखता चला जाता है दवाई नहीं लगती है इसे सुखा रोग भी कहते हैं । इस मंत्र का झारा लगवाने से इस रोग से छुटकारा मिल जाता है ।  इस मंत्र का उच्चारण करते हुए 
झाड़ा करने से बालक का मसान दोष समाप्त हो जाता है।